नई दिल्ली। केंद्र सरकार की टीकाकरण नीति पर सवाल उठाने पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कबीर के दोहे से कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पाठ पढ़ाया। राहुल की आलोचना के जवाब में स्मृति ने कहा-बोया पेड़ बबूल का, आम कहां से होय?
असल में राहुल गांधी ने टीकाकरण के लिए आनलाइन रजिस्ट्रेशन पर सवाल उठाया था। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति जो टीकाकरण केंद्र तक जा सकता है, उसे टीका मिलना चाहिए। उन्होंने कहा, वैक्सीन के लिए आनलाइन रजिस्ट्रेशन पर्याप्त नहीं है। टीकाकरण केंद्र तक पहुंचने वाले हर व्यक्ति को टीका दिया जाना चाहिए। इंटरनेट तक जिसकी पहुंच नहीं है, उसे भी जीने का अधिकार है। इसके दो घंटे बाद स्मृति ने कहा- बोया पेड़ बबूल का आम कहां से होय? जो समझदार हैं, उन्हें जरूर समझना चाहिए। केंद्र सरकार ने राज्यों को टीकाकरण केंद्र पर पहुंचकर रजिस्ट्रेशन करने की मंजूरी दे दी है। बताते चलें कि केंद्र सरकार ने पिछले महीने एक अधिसूचना जारी की थी। इसमें कहा था कि 18 से 44 साल के जिन लोगों के पास स्मार्ट फोन नहीं है या इंटरनेट तक पहुंच नहीं है, वे टीकाकरण केंद्र पर जाकर कोविन डिजिटल प्लेटफार्म पर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं और वैक्सीन ले सकते हैं।
टीकाकरण और वैक्सीन प्रोडेक्शन के लिए आईएमएफ ने की भारत की तारीफ
नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने भारत की उस घोषणा का स्वागत किया है जिसमें वैक्सीन और कोविड-19 से लड़ाई में जरूरी चीजों का उत्पादन बढ़ाने की बात कही है। गौरतलब है कि पीएम मोदी ने हाल ही में अपने एक संदेश में ये साफ कर दिया था कि राज्यों को मुफ्त में कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है। उन्होंने ये भी कहा है कि 18-21 वर्ष की आयुवर्ग के लोगों के लिए कुछ समय के अंदर वैक्सीन मुहैया करवा दी जाएगी। आईएमएफ के प्रवक्ता गैरी राइस ने पत्रकारों से बात करते हुए ने भारत की उस घोषणा को भी सराहा है जिसमें केंद्र ने वैक्सीनेशन के लिए अतिरिक्त मदद करेगा। राइस ने कहा कि भारत में कोरोना की दूसरी लहर जितनी तेजी से बढ़ी थी अब वो लगातार तेजी से नीचे आ रही है। आईएमएफ आने वाले कुछ दिनों में भारत की ग्रोथ फोरकास्ट को भी रिवाइज करेगा। उनके मुताबिक भारत की अर्थव्यवस्था विश्व की अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका रखती है। इसकी वजह इसका बड़ा आकार है। इसका क्षेत्रीय और वैश्विक अर्थव्यवस्था में भी काफी बड़ा योगदान है। आईएमएफ ने अपने इस बयान में कोरोना से होने वाली मौतों पर चिंता जताई है। आपको बता दें कि भारत में कुछ दिनों से छह हजार से अधिक मौत रिकॉर्ड की जा रही हैं जो दुनिया में सबसे अधिक हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबांधन की ही बात करें तो उन्होंने कहा था कि भारत ने बेहद कम समय में अपनी अधिक से अधिक आबादी को कोरोना वैक्सीन की खुराक देकर महामारी की रोकथाम में सफलता पाई है। सरकार ने ये भी फैसला किया है कि वो राज्यों को दी जाने वाली 75 फीसद वैक्?सीन की खुराकों को खरीदेगी और सप्?लाई करेगी।