नईदिल्ली। इस समय कोरोना के नए मामलों पर अंकुश लगा है। अब उस तरह से केसेज नहीं बढ़ रहे हैं, जैसे पिछले महीने बढ़ रहे थे। इसलिए लगभग सभी राज्यों में अनलॉक होने लगा है। अनलॉक होने से पेट्रोल-डीजल की मांग भी बढ़ी है। इसलिए दुनिया भर के बाजार में कच्चा तेल महंगा हुआ है। तभी तो आज यहां सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल, दोनों ईंधनों के दाम में बढ़ोतरी की।

आज पेट्रोल की कीमत में जहां हर लीटर पर 25 पैसे की तगड़ी बढ़ोतरी हुई थी, वहीं डीजल की कीमत में प्रति लीटर 13 पैसे की बढ़ोतरी हुई। दिल्ली के बाजार में बुधवार को पेट्रोल बढ़ कर 96.66 रुपये प्रति लीटर पर चला गया। डीजल भी 13 पैसे की छलांग लगा कर 87.41 रुपये प्रति लीटर पर चला गया।
ऐसा देखा गया है कि अपने यहां जब कोई महत्वपूर्ण चुनाव होता है तो पेट्रोल और डीजल की कीमतें नहीं बढ़ती। कई राज्यों में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया चलने की वजह से बीते मार्च और अप्रैल में पेट्रोल की कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई। इसलिए, उस दौरान कच्चा तेल महंगा होने के बाद भी पेट्रोल-डीजल के दाम में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई थी। लेकिन, बीते चार मई से इसकी कीमतें खूब बढ़ी। कभी लगातार तो कभी ठहर कर, 26 दिनों में ही पेट्रोल 6.34 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया है।