
वाराणसी। यूपी के वाराणसी में एक अजीबोगरीब मामला उस समय सामने आया जब बेटे को बर्थडे मनाने के लिए पिता ने पैसे नहीं दिए तो उसने गंगा में छलांग लगा दी। पीछे-पीछे पिता ने भी गंगा में बेटे को बचाने के लिए छलांग लगाई, लेकिन बेटे का पता नहीं चला। डूबते पिता को नाविकों ने बचा लिया, लेकिन बेटे लापता रहा। बताया जा रहा है कि एनडीआरएफ और पुलिस बेटे की तलाश में जुटी हुई है।
वाराणसी के आदमपुर थाना क्षेत्र में जनरल स्टोर चलाने वाले मनोज केसरी के बेटे अश्वनी केसरी ने सिर्फ इसलिए गंगा में छलांग लगा दी क्योंकि उसको परिवार ने बर्थडे मनाने के लिए मांगे गए 2000 रूपये नहीं दिए। नाराज होकर अश्वनी घर से निकला और राजघाट पुल तक आ पहुंचा, पीछे पिता मनोज भी थे। लेकिन उन्हें समझाने का मौका नहीं मिला और अश्वनी ने गंगा में पुल से छलांग लगा दी। यह देख बेटे को बचाने के लिए पिता मनोज ने भी गंगा में छलांग लगा दी। नाविकों ने किसी तरह मनोज को तो बचा लिया है, लेकिन बेटे अश्वनी का कहीं पता नहीं चला। आनन-फानन में मनोज केसरी को वाराणसी के कबीर चौरा मंडलीय अस्पताल ले जाया गया जहां कुछ देर बाद होश में आने पर वे अपने बेटे के बारे में पूछते रहे। जैसे ही इस घटना के बारे में पुलिस और एनडीआरएफ को सूचना मिली तो उन्होंने भी गोताखोरों की मदद से अश्वनी को तलाशने की कोशिश की, लेकिन उसका कहीं कुछ पता नहीं चला। इस बारे में आदमपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक सिद्धार्थ मिश्रा ने बताया कि एनडीआरएफ की मदद से अश्वनी की तलाश की गई है, लेकिन अभी तक उसका कुछ पता नहीं चल सका है। गंगा में बहाव काफी था। आगे भी तलाश जारी रहेगी। इस घटना को लेकर थाने में सूचना भी दर्ज की जा चुकी है। वहीं बेटे अश्वनी केसरी के न मिलने से परिवार में कोहराम मचा हुआ है।