माटी की महिमा न्यूज /उज्जैन
पुत्र के साथ मिलकर पुलिसकर्मी ने क्षेत्र में रहने वाले परिवार के घर में घुसकर मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। पीडि़त परिवार के पुत्र ने रहवासियों के साथ थाने पहुंचकर मामले में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने गैर जमानती धारा में मामला दर्ज कर जांच में लिया है। माधवनगर थाना पुलिस ने बताया कि किशनपुरा में रहने वाले महिला थाने के प्रधान आरक्षक विजय बडग़ोत्या का पुत्र पिहू शुक्रवार रात में नशे की हालत में था। उसने घर के सामने लक्ष्मीनगर में रहने वाले हितेश काले से सिगरेट जलाने के लिये माचिस मांगी। हितेश ने उसे माचिस दी। पिहू सिगरेट जलाकर धुआं अपने से उम्र में बढ़े हितेश के मुंह पर छोडऩे लगा। जिसका विरोध करने पर विवाद हो गया। पिहू घर गया और लोहे का पाईप लेकर प्रधान आरक्षक पिता के साथ हितेश काले में घर में घुस गया और मारपीट शुरु कर दी। बीच बचाव में हितेश की पत्नी और बेटा आये तो उनको भी पीटा। दोनों पिता-पुत्र के हंगामें को लेकर रहवासी एकत्रित हो गये और रात में ही माधवनगर थाने पहुंचे। पुलिस ने हितेश के पुत्र नयन की शिकायत पर प्रधान आरक्षक और उसके पुत्र के खिलाफ धारा 452, 323, 506 का प्रकरण दर्ज किया है।
2 लाख में खरीदा था ट्राला, आज न्यायालय में पेश करेगी पुलिस
उज्जैन। चालक क्लीनर मिलकर 35 लाख का ट्राला 2 लाख में बेच दिया था। चालक को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने ट्राला खरीदने वालेे को भी हिरासत में लिया जिसे आज न्यायालय में पेश किया जाएगा। शनिवार को पुलिस ने मामले का खुलासा किया था। चिमनगंज थाने के एसआई रविन्द्र कटारे ने बताया कि 23 अगस्त को बेगमबाग में रहने वाले सोहेल खान ने अपना 14 पहियों का ट्राला क्रमांक एमपी 09 एचएच 2665 चालक विनोद पिता दरयाबसिंह हाड़ा निवासी निपानिया बैजनाथ आगर और क्लीनर आदिल निवासी ग्राम जगोटी द्वारा 8 जुलाई को गेहूं भरकर महाराष्ट्र ले जाने के बाद वापस नहीं लौटाने की शिकायत दर्ज कराई थी। चिमनगंज थाना पुलिस ने 3 माह बाद शुक्रवार को ट्राला हरदा के पास एक ढाबे से बरामद कर लिया है। ट्राले की कीमत 35 लाख रुपये है। पुलिस ने खरीददार शाबीर पिता मोहम्मद हफीज निवासी मोड़क स्टेशन जिला कोटा राजस्थान को हिरासत में लिया है। जिसने मात्र दो लाख रुपए में ट्राला खरीदा था और उसे दूसरे को बेचने की फिराक में था। हिरासत में आए खरीददार साबिर को रविवार दोपहर न्यायालय में पेश किया जाएगा। चालक विनोद को पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।