इंदौर. मंगलवार दोपहर मूसाखेड़ी चौराहे पर नगर निगम की टीम और पुलिस जवान के बीच मास्क नहीं पहनने को लेकर हुआ विवाद थाने तक पहुंच गया। पुलिसकर्मी ने मामले की शिकायत थाने में की। इसी के विरोध में बुधवार को वाल्मीकि समाज के लोग आईजी विवेक शर्मा से मिलने उनके दफ्तर पहुंचे। यहां उन्होंने ज्ञापन देकर निगमकर्मी पर दर्ज केस को वापस लेने और पुलिसकर्मी को निलंबित करने की मांग की। ऐसा नहीं करने पर मुख्यमंत्री से इसकी शिकायत करने की बात भी कही।
समाज के प्रताप करोसिया का कहना था कि निगमकर्मी ने मास्क नहीं लगाने वाले पुलिसकर्मी को रोका था। पुलिसकर्मी बिना मास्क निकले तो निगम के दरोगा ने रोका था। इस पर पुलिसकर्मी ने अपशब्द कहे। इसके बाद निगमकर्मी दरोगा पर ही केस दर्ज कर थाने में बंद करवा दिया गया। उन्हें अपमानित किया गया। जबकि दरोगा प्रशासन के आदेश का पालन कर रहे थे।
घटना से वाल्मीकि समाज में रोष है। दरोगा पर पुलिस कार्रवाई को खत्म किया जाए। इसके अलावा पुलिसकर्मी को निलंबित किया जाए। ऐसा नहीं करने पर 26 सितंबर को समाज मुख्यमंत्री से मामले की शिकायत करेगा।
यह है मामला
मंगलवार दोपहर मूसाखेड़ी चौराहे पर नगर निगम की टीम मास्क न पहनने वालों के खिलाफ चालानी कार्रवाई कर रही थी। इसी बीच पुलिस की डीआरपी लाइन शाखा में पदस्थ हेड कांस्टेबल सईद खान एक्टिवा से गुजरे। मास्क न होने पर निगमकर्मी ने उन्हें दादागिरी से रोका। बदसलूकी से पेश आने पर हेड कांस्टेबल सईद ने निगमकर्मी से ठीक से बात करने को कहा तो दोनों में कहासुनी और गाली-गलौज हो गई। इस पर निगमकर्मी ने सरेराह वर्दीधारी हेड कांस्टेबल को धक्का दे दिया। बाद में सहकर्मियों ने पुलिस जवान की गाड़ी की चाबी निकाल ली।
मामले में हेड कांस्टेबल ने आजाद नगर पुलिस को निगम कर्मी के खिलाफ मारपीट, गाली-गलौज का केस दर्ज करवाया है। इधर, मामले की जांच कर रहे सब इंस्पेक्टर बेसाखु धुर्वे ने बताया कि निगमकर्मी की तलाश और पहचान कर रहे हैं। वीडियो के आधार पर बदसलूकी सही पाए जाने पर मामले में केस दर्ज किया है।