
नागपुर। अंतरराष्ट्रीय विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगडिय़ा ने भारत का रुख करने वाले अफगानी मुस्लिमों को शरण देने की मुखालफत की है।
दो दिवसीय दौरे पर नागपुर पहुंचे तोगडिय़ा ने कहा कि तालिबानी विचारों की असली जड़ भारत में है। उत्तर प्रदेश में स्थित दारूल-उलुम-देवबंद से तालिबानी वाचारधारा का जन्म हुआ है। वहीं तब्लिगी जमात और उलेमा-ए-हिंद जैसे संगठन विश्व के 67 देशों में कट्टर सांप्रदायिक विचार फैलाने का काम करते हैं। तोगडिय़ा ने देवबंद, तब्लिगी जमात और उलेमा-ए-हिंद पर प्रतिबंध लगाने कि मांग की। तोगडिय़ा ने भारत सरकार को चेताते हुए कहा कि फ्रांस और नाइजीरिया जैसे देशों ने मुस्लिमों को शरण दी थी। आज उन शरणार्थियों कि तीसरी पीढ़ी फ्रांस पुलिस का गला रेत रही है। उन्होंने आगे कहा कि अगर भारत में भी ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न होने से रोकना है तो अफगान मुस्लिमों के देश में शरण नहीं देनी चाहिए। मुस्लिम देशों की मिसाल देते हुए तोगडिय़ा ने कहा कि तुर्कस्तान ने अफगान मुस्लिमों को शरण देने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि तुर्कस्तान के इस फैसले से भारत को सबक लेने की जरूरत है। इससे इतर, राम मंदिर पर तोगडिय़ा ने कहा कि बालासाहब ठाकरे, कल्याण सिंह और अशोक सिंघल राम मंदिर आंदोलन के असली हीरो हैं। उन्हीं के योगदान से आज राम मंदिर का काम गति ले रहा है।