
माटी की महिमा न्यूज /उज्जैन। जन्माष्टमी पर्व पर भारत माता मंदिर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 200 से अधिक छात्रों ने बांसुरी की आवाज पर भजनों की प्रस्तुति दी। जैसे ही बांसुरी पर भजनों की शुरुआती पूरा क्षेत्र मधुर आवाज से गूंज उठा।
धार्मिक नगरी में आज बाबा महाकाल की सवारी और जन्माष्टमी का सहयोग बना है। देश वदेश के साथ कई प्रदेशों से बाबा महाकाल के दर्शन श्रद्धालु पहुंचे हैं। इस बीच भारत माता मंदिर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े दोस्तों से अधिक छात्रों ने एकलय में बांसुरी की धुन पर भजनों की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम ऑनलाइन के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। जैसे ही प्रसिद्ध भजन छोटी छोटी गईया छोटे छोटे ग्वाल और ओम नम: शिवाय की धुन बांसुरी से निकली पूरा क्षेत्र मधुर आवाज से गूंज उठा। छात्रों ने कई भजनों की प्रस्तुति बांसुरी के माध्यम से दी। बाहर से आए श्रद्धालु इस आयोजन को देख चकित रह गए। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा प्रतिवर्ष जन्माष्टमी के दिन बांसुरी वादन का कार्यक्रम आयोजित करता है। इस बार कार्यक्रम को भव्यता प्रदान की गई थी। क्षेत्रीय संघचालक अशोक सोहनी कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित थे मुख्य वक्ता अखिल भारतीय सहा शारीरिक शिक्षण प्रमुख जगदीश प्रसाद ने कहा कि बंसी और शंख दोनों ही वाद्य भगवान श्रीकृष्ण को प्रिय है। बांसुरी प्रेम का संदेश देती है। जिसके चलते बांसुरी वादन का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। बताया जा रहा था कि तीन महा से छात्र बांसुरी वादन की तैयारी में लगे हुए थे। जिनकी मेहनत एकलय दी गई बांसुरी वादन से सफल हुई है।