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दुष्कर्म और धोखाधड़ी के मामले में फरार चल रहा आरोपी इंदौर पुलिस की गिरफ्त में

माटी की महिमा न्यूज /उज्जैन
कोविड-19 को लेकर लागू लॉकडाउन में भोजन वितरण के नाम पर हजारों की धोखाधड़ी और दुष्कर्म के मामले में फरार चल रहा आरोपी इंदौर पुलिस की गिरफ्त में आ गया है। उज्जैन पुलिस उसे हिरासत में लेने पहुंची थी लेकिन इंदौर में उसके कारनामों का मामला थाने पहुंचने के चलते उसे उज्जैन नहीं लाया जा सका।
लॉकडाउन में सेठी नगर निवासी आयुष शर्मा उर्फ लंकेश ने अपना ग्रुप लंकेश नाम से बनाकर समाज सेवा का काम शुरू किया। जिसकी आड़ में उसने लोगों के साथ धोखाधड़ी की योजना भी बना ली। पांड्याखेड़ी में रहने वाले सेना से रिटायर्ड सैनिक को उसने भोजन वितरण के नाम पर ठगने की योजना बनाई और 22 हजार की राशि किराना सामान खरीदने के लिए मांगी। जिसे कुछ दिन बाद ही वापस लौट आने की बात भी कही। लेकिन उसने रिटायर्ड सैनिक को राशि वापस नहीं की। मामला माधवनगर थाने पहुंचने पर पुलिस ने आयुष शर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर लिया। पुलिस उसे तलाश कर रही थी इस बीच चिमनगंज थाने पर एक महिला ने पहुंचकर आयुष के खिलाफ दुष्कर्म करने और रुपए हड़पने की शिकायत दर्ज करा दी। महिला के अनुसार उसके पति का निधन हो चुका है। लॉकडाउन में भोजन वितरण के दौरान आयुष उसके घर पहुंचा था और पति का दोस्त होना बताकर पहचान की। एक दिन उसने जबरदस्ती गलत काम किया और रुपए हड़प लिए। चिमनगंज पुलिस ने भी उसके खिलाफ मामला दर्ज कर तलाश शुरू की लेकिन वह गिरफ्त में नहीं आ सका। इस बीच जानकारी सामने आई कि इंदौर के विजयनगर थाना पुलिस ने उसे हिरासत में लिया है। चिमनगंज थाना पुलिस उसे अपने यहां दर्ज मामले में गिरफ्तार करने पहुंची लेकिन विजय नगर थाना पुलिस ने अपने यहां दर्ज हुई शिकायत का मामला दर्ज होने का हवाला देकर आरोपी को न्यायालय में पेश करने की बात कही। जिसके चलते चिमनगंज थाना पुलिस को खाली हाथ लौट कर आना पड़ा। अब उसे कुछ दिन बाद प्रोटेक्शन वारंट जारी करा कर उज्जैन लाया जा सकेगा।
68 हजार का नहीं चुकाया बिल
बताया जा रहा है कि उज्जैन में दो मामले दर्ज होने के बाद आयुष और लंकेश फरार हो गया था। वह इंदौर में कुछ दिनों से एक होटल में रह रहा था। जिसका 68 हजार रुपए बिल उसने नहीं चुकाया। जिसको लेकर होटल मैनेजर ने उसे घेराबंदी कर रोक लिया। आयुष ने अपने भाई को फोन लगाकर कहा कि वह उज्जैन में दर्ज मामले को लेकर सरेंडर करना चाहता है। भागते भागते थक चुका है। भाई ने चिमनगंज थाना पुलिस को सूचना दी। एसआई रविंद्र कटारे टीम के साथ इंदौर पहुंचे। इस बीच होटल मालिक ने अपना बिल नहीं चुकाने की शिकायत विजयनगर थाने पहुंचकर दर्ज करा दी। उज्जैन पुलिस इंदौर पहुंचती उससे पहले ही विजय नगर थाना पुलिस ने उसे अपनी कस्टडी में ले लिया था। जिसके चलते उज्जैन पुलिस को खाली हाथ लौट कर आना पड़ा।

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