जिले के एक लाख 44 हजार 123 कृषक हुए लाभान्वित
माटी की महिमा न्यूज /उज्जैन
मध्यप्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान आज सुबह विशेष विमान से उज्जैन पहुंचे। हेलीपेड पहुंचने पर उनका भाजपा नेताओं ने स्वागत किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ कृषि मंत्री कमल पटेल भी आए। हेलीपेड पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, सांसद अनिल फिरोजिया, पूर्व सांसद प्रो. चिंतामणि मालवीय, नगर अध्यक्ष विवेक जोशी, जिलाध्यक्ष बहादुरसिंह बोरमुण्डला, राजपालसिंह सिसौदिया आदि ने अगवानी की।
प्रधानमंत्री फसल बीमा के तहत प्रदेशभर में 22 लाख किसानों को चार हजार 686 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। उक्त राशि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज पं.सूर्यनारायण व्यास संकुल कालिदास अकादमी में आयोजित कार्यक्रम में किसानों के खाते में बटन दबाकर डाली। कार्यक्रम का दूरदर्शन पर सीधा प्रसारण किया गया। इस अवसर पर कुछ चयनित किसान हितग्राहियों को भी आमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम में प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक पारस जैन, बहादुरसिंह चौहान मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश की सरकार हमेशा किसानों के साथ रही है और आगामी समय में भी किसानों के हित के लिए जो भी कार्य सरकार के माध्यम से होंगे वह सरकार करने के लिए तैयार है। किसानों को फसलों का ज्यादा से ज्यादा मुआवजा मिले यही सरकार की योजना है। उप संचालक कृषि सीएल केवड़ा ने बताया कि फसल बीमा की यह राशि खरीफ-2019 की है तथा जितने भी कृषक बीमित हुए हैं, उन सभी को बीमा राशि प्राप्त होगी। उल्लेखनीय है कि उक्त कार्यक्रम का सीधा प्रसारण वेब लिंक के माध्यम से भी देखा जा गया। द्धह्लह्लश्च//द्वश्च.द्व4द्दश1.द्बठ्ठ लिंक पर जाकर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के पृष्ठ पर रजिस्टर नाउ पर क्लिक कर स्वयं का पंजीयन भी कराया गया।
माधवनगर अस्पताल के आईसीयू का किया शुभारंभ
फसल बीमार राशि वितरण कार्यक्रम के पश्चात मुख्यमंत्री श्री चौहान माधवनगर अस्पताल पहुंचे और नवनिर्मित आईसीयू का शुभारंभ किया। इसके चलते सुबह से ही पुलिस व जिला प्रशासन ने अस्पताल के बाहर साफ-सफाई व्यवस्था तगड़ी कर रखी थी। वहीं अस्पताल के आसपास बेरीकेट्स लगातार रास्तों को बंद कर दिया गया था।
उज्जैन जिले में 868 करोड़ रुपये का दावा स्वीकृत
उज्जैन जिले के उप संचालक कृषि सीएल केवड़ा ने बताया कि जिले में खरीफ मौसम में 95.6 प्रतिशत क्षेत्रफल में सोयाबीन बोई जाती है। खरीफ वर्ष 2019 में कृषकों द्वारा फसल बीमा कराया गया था तथा तीन लाख 2462 हेक्टेयर क्षेत्र को बीमित किया गया, जो कि बोये गये रकबे का 61 प्रतिशत था। खरीफ वर्ष 2019 में अतिवर्षा एवं कीट व्याधि से किसानों की सोयाबीन फसल को काफी नुकसान हुआ था। फसल कटाई प्रयोग के आधार पर बीमा कंपनी द्वारा आंकलन के पश्चात एक लाख 44 हजार 123 कृषकों को 868 करोड़ रुपये बीमा के रूप में भुगतान किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा जिले के सभी किसानों को उनके खातों में राशि अन्तरित की जायेगी।