माटी की महिमा न्यूज /उज्जैन
टाटा प्रोजेक्ट द्वारा उज्जैन शहरी क्षेत्र में सीवरेज की खुदाई का कार्य किया जा रहा है। जिसमें घोर लापरवाही की जा रही है। रहवासी के साथ ही शासकीय कार्यालय के कार्य भी इससे लगातार प्रभावित हो रहे है। बताया जाता है कि टाटा कंपनी को शासकीय कार्यालयों व जनप्रतिनिधियों द्वारा कई बार अवगत कराया जा चुका है कि टाटा कंपनी द्वारा बड़ी मशीनों के माध्यम से कार्य नहीं कर मजदूरों द्वारा कार्य सुनिश्चित किया जाना चाहिए। बावजूद इसके अनदेखा कर पीएचई पाइपलाइन, दूरसंचार सेवाएं ऑप्टिकल फाइबर केबल छतिग्रस्त की जा रही है जिससे सरकार का लाखों का नुकसान हो रहा है।

शुक्रवार को टाटा कंपनी द्वारा दूध तलाई क्षेत्र में लापरवाही पूर्वक कार्य करते हुए बीएसएनएल की 200 ईयर की दो 100 पियर की दो एवं 50 ईयर की एक भूमिगत केबल को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। जिससे उक्त क्षेत्र के 350 बीएसएनएल लैंडलाइन फोन एवं ब्रॉडबैंड संयोजन दोषपूर्ण हो गए। टाटा की लापरवाही से समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। क्षेत्र के लोग इससे जूझ रहे हैं तथा बीएसएनएल को शिकायत कर रहे हैं। बावजूद इसके टाटा प्रोजेक्ट के लापरवाह अधिकारियो के कानों पर जू तक नहीं रेंग रही है। भारत संचार निगम लिमिटेड उप मंडल अधिकारी गिरीश राठौर से इस संबंध में चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि टाटा प्रोजेक्ट ने कार्यकारी मार्गों पर बीएसएनएल द्वारा केबल रुट चिन्हित करने के पश्चात भी टाटा प्रोजेक्ट द्वारा बीएसएनएल की भूमिगत केबल प्रतिदिन क्षतिग्रस्त की जा रही है। जिससे उस क्षेत्र में रहने वाले सभी उपभोक्ता एवं शासकीय कार्यालय जिला न्यायालय, रेलवे, नगर निगम, फायर ब्रिगेड, चिकित्सा विभाग, एमपीईबी, बैंक आदि के कार्य प्रभावित हो रहे हैं। इस संबंध में पूर्व में भी बीएसएनएल द्वारा नगर निगम वाप्कोस एवं टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड को पत्राचार किया जा चुका है। उसके बावजूद टाटा प्रोजेक्ट द्वारा लापरवाही पूर्वक कार्य कर शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जा रहा है।