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फसल बीमा राशि की सूची में नाम छूटने पर आक्रोशित किसानों ने कलेक्टर कार्यालय में किया हंगामा


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माटी की महिमा/शाजापुर
मंगल नाहर/ब्यूरो

प्रशासन को दी पन्द्रह दिन की चेतावनी, निराकरण नही होने पर दोबारा होगा आंदोलन
शाजापुर। फसल बीमा राशि की लिस्ट में नाम छूट जाने से आक्रोशित किसानों ने शनिवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर जमकर हंगामा किया। करीब एक घण्टे तक चला प्रदर्शन कलेक्टर के आश्वासन के बाद शांत हुआ, लेकिन समस्या हल नही होने पर किसानों ने दोबारा आंदोलन की चेतावनी दी है।

कांग्रेस के युवा नेता राकेश जायसवाल के नेतृत्व में दुधाना सरपंच प्रति.देवीसिंह राजपूत, मोकमसिंह राजपूत, श्याम राठौर, तूफान राजपूत, पुरूषोत्तम राठौर, सद्दाम खान, मनोहर जायसवाल, मनोज राजपूत, मदनलाल मालवीय, अमरसिंह बरेठा, गोपाल बरेठा, गजराजसिंह राजपूत तथा गोपाल नायक सहित सैकड़ों किसान कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और फसल बीमा सूची में नाम शामिल नही होने पर नाराजगी जाहिर कर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। किसानों की मांग थी कि कलेक्टर मौके पर आकर समस्या सुनें, लेकिन कलेक्टर दिनेश जैन अपने कक्ष से बाहर नही आए जिस पर किसान एक घंटे तक प्रदर्शन करते रहे। हालांकि बाद में कलेक्टर ने कुछ किसानों को अपने कक्ष में बुलाया और ज्ञापन लेकर शीघ्र ही समस्या का हल करने का आश्वासन दिया। किसानों ने बताया कि राजस्व विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण प्रीमियम जमा करने के बाद भी सैकड़ों किसानों का फसल बीमा की सूची में नाम शामिल नही हो सका है जिसके कारण किसानों को आर्थिक राहत नही मिल सकी है। राजस्व विभाग के अधिकारियों की इस उदासीन कार्यशैली को लेकर प्रदर्शन किया गया है। कलेक्टर ने आश्वासन दिया है कि सभी किसानों को फसल बीमा का लाभ मिलेगा जिसके बाद प्रदर्शन खत्म किया गया। साथ ही किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि पंद्रह दिनों में समस्या का समाधान नही हुआ तो दोबारा से कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर आंदोलन किया जाएगा।
कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाद शांत हुए किसान
उल्लेखनीय है कि जिलेभर के सैकड़ों किसानों के फसल बीमा सूची में नाम शामिल नही हो सके हैं जिसको लेकर गतदिनों भी दुपाड़ा क्षेत्र में किसानों ने चक्काजाम कर दिया था, लेकिन इसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से नही लिया नतीजतन अब अन्य गांव के किसानों ने कलेक्टर कार्यालय पहुुंचकर हंगामा किया। किसानों का आक्रोश कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाद शांत हुआ। करीब एक घंटे के प्रदर्शन के बाद कलेक्टर ने किसानों से मुलाकात की और ज्ञापन लेकर उन्हे शीघ्र ही समस्या हल होने का आश्वासन दिया।

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