नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने आगामी त्योहारी सीजन शुरू होने से पहले एक सौ जोड़ी अतिरिक्त ट्रेनों को चलाने की तैयारियां शुरू कर दी है। लेकिन इन तमाम कवायदों के बावजूद कोरोना संकट के चलते भारतीय रेलवे ट्रेन सेवाओं को पूरी तरह बहाल कर पाने में खुद को समर्थ नहीं पा रहा है। इस साल के आखिर तक पूरी ट्रेनों का संचालन सामान्य होने की संभावना नहीं है। नए साल 2021 में ही सभी 13,500 ट्रेनों के पटरियों पर दौड़ पाने का अनुमान है। यही नहीं जिन राज्यों में कोरोना का प्रकोप बढ़ रहा है वहां से होकर ट्रेनों को गुजरने की पूरी छूट भी नहीं है।
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने दैनिक जागरण से बताया कि फिलहाल जितनी स्पेशल ट्रेनें चल रहीं हैं उनमें भी कुछ रूटों पर यात्रियों की संख्या संतोषजनक नहीं है। देश में सात ऐसे राज्य हैं, जहां कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, तमिलनाडु और नार्थ ईस्टर्न के राज्य प्रमुख हैं, जिनमें कोरोना संक्रमण काबू में नहीं होने की वजह से वहां ट्रेनों का संचालन सामान्य करने में दिक्कत पेश आ रही है। यादव ने एक सवाल के जवाब में बताया कि दिसंबर 2020 तक ट्रेनों के संचालन के सामान्य होने पर संदेह है।