
4 दिन बाद भी नहीं दी जा रही रिपोर्ट
उज्जैन। स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए करोड़ों की लागत से चरक भवन का निर्माण किया गया था लेकिन इसकी शुरुआत के बाद से ही यहां लापरवाही के मामले सामने आ रहे हैं। अब यहां लेब में मरीजों के परिजनों से अभद्रता होना सामने आ रही है।
चरक भवन में मरीजों की स्वास्थ्य की जांच के लिए संचालित हो रही लेब में पदस्थ स्टाफ में शामिल महिला कर्मचारी इंदु वर्मा अपने काम में लापरवाह होती जा रही है। उम्र के साथ उनके दिमाग का संतुलन भी बिगड़ रहा है। जिसके चलते वह मरीजों और परिजनों के साथ अभद्रता पर उतारू हो जाती। कुछ मरीजों ने बताया कि डॉक्टरों द्वारा लिखी जा रही है जांच की रिपोर्ट तीन से चार दिनों बाद भी नहीं दी जा रही है। रिपोर्ट मांगने पर इंदु वर्मा द्वारा अभद्रता शुरू कर दी जाती है। डॉक्टर द्वारा एक साथ लिखी गई 3-4 जांच में तीन की रिपोर्ट आने और एक चीज नहीं आने पर महिला कर्मचारी सभी रिपोर्ट को रोक लेती हैं और एक साथ देने की बात कहती है। मरीज के परिजन तीन रिपोर्ट मांग कर उपचार की शुरुआत कराने की बात कहते हैं तो महिला कर्मचारी का कहना होता है कि जहां शिकायत करना है कर दो। वह तीन रिपोर्ट नहीं देगी चौथी आने के बाद ही सभी रिपोर्ट दी जाएगी। गौरतलब हो कि चरक भवन की शुरुआत के बाद से ही यहां लापरवाही का माहौल बना हुआ है। डिलीवरी के लिए आने वाली प्रसूताओं को परेशान होना पड़ता है। अधिकांश गर्भवती महिलाओं को निजी अस्पताल रेफर कर दिया जाता है। यहां आए दिन स्टाफ पर आरोप-प्रत्यारोप लगते रहते हैं। कई बार स्वास्थ विभाग के अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी यहां की कारगुजारी को लेकर स्टाफ को समझा इस दे चुके हैं बावजूद इनकी हरकतें कम नहीं हो रही है। जिसका खामियाजा मरीज और परिजनों को भुगतना पड़ रहा है।