माटी की महिमा न्यूज /उज्जैन
शनि 18 फरवरी को मंगल के घनिष्ठा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे, और 15 मार्च 2023 तक घनिष्ठा नक्षत्र में रहेंगे। ज्योतिषाचार्यों ने बताया कि इस नक्षत्र का स्वामी मंगल है और देवता वसु हैं। धनिष्ठा 27 नक्षत्रों में से 23वें स्थान पर आता है। ये नक्षत्र चार तारों से मिलकर बना हुआ है। शनि की चाल बेहद धीमी होने के कारण शनि एक राशि से दूसरी राशि में जानें पर लगभग ढाई वर्ष का समय लेते हैं। वर्ष 2022 में शनि का राशि परिवर्तन 29 अप्रैल को मकर से कुंभ में होगा, लेकिन इससे पहले शनि देव नक्षत्र परिवर्तन करेंगे। शनि वर्तमान समय में श्रवण नक्षत्र में गोचर कर रहे हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार श्रवण नक्षत्र में शनि देव का गोचर बीते 22 जनवरी 2021 को हुआ था। शनि देव श्रवण नक्षत्र में 18 फरवरी 2022 तक रहेंगे।