
उज्जैन। शहर में नगर निगम आवारा श्वानों को पकडऩे और उनकी नसबंदी करने का अभियान चला रही है। अभियान सिर्फ कागजों पर ही नजर आ रहा है। शहर के गली-मोहल्लों से लेकर मुख्य मार्गों तक आवारा श्वान लोगों की जान के दुश्मन बने हुए हैं। प्रतिदिन जिला अस्पताल में 25 से 30 लोगों को रैबिज इंजेक्शन लगाए जा रहे हैं। रैबिज इंजेक्शन की बढ़ती संख्या निगम के अभियान की निष्क्रियता का सबसे बड़ा उदाहरण है।