गर्भगृह में चार दिन सामान्य श्रद्धालुओं को मिलेगा प्रवेश
माटी की महिमा न्यूज /उज्जैन
महाकाल मंदिर में गर्भगृह में सामान्य श्रद्धालुओं का प्रवेश शुरू करने का निर्णय लिया गया है। वहीं प्रोटोकॉल दर्शन नि:शुल्क किए गए हैं। श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होने पर गर्भगृह में प्रवेश बंद रखा जा सकता है। पुजारी और पुरोहितों के यजमानों की दर्शन रसीद सुविधा को बढ़ाया गया है।
सिंहस्थ मेला कार्यालय में आयोजित महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में मंगलवार को कई निर्णय लिए गए। जिसमें मंगलवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार दोपहर 1 से शाम 4 बजे तक सामान्य श्रद्धालुओं को गर्भगृह में प्रवेश दिए जाने का निर्णय लिया गया है। इस बात पर भी सहमति बनी कि श्रद्धालुओं की संख्या बढऩे पर गर्भगृह में प्रवेश रोका जा सकता है। कलेक्टर आशीष सिंह की मौजूदगी में हुई बैठक के दौरान पुजारी और पुरोहितों को अपने यजमानों को 1500 रुपए की रसीद पर दर्शन कराने की सुविधा भी बढ़ाई गई है।अब पुरोहित-पुजारी 10 यजमानों को दर्शन करा सकेंगे। पहले 5 यजमानों की रसीद पर दर्शन व्यवस्था थी। बैठक के दौरान प्रोटोकॉल से आने वाले दर्शनार्थियों पर लिया जा रहा 100 रुपए शुल्क मंदिर समिति द्वारा वापस ले लिया गया है। अब प्रोटोकॉल का कोटा तय किया जाएगा और प्रतिदिन ज्यादा वीआईपीयों को दर्शन कराने की व्यवस्था लागू की जाएगी। मंदिर समिति ने शीघ्र दर्शन दान राशि 250 से 300 रुपए करने का प्रस्ताव बैठक में निरस्त कर दिया है। बैठक में पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ल, मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक गणेशीलाल धाकड़ सहित मंदिर समिति के सदस्य मौजूद थे। गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए महाकाल मंदिर के गर्भगृह में आम श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद कर दिया गया था।
51 हजार दीपक से जगमग होगा मंदिर
पुजारी, पुरोहितों को 1500 रु की जलाभिषेक रसीद से एक दिन में प्रात: 6 से 9, दोपहर 12 से 1 और शाम को 6 से 8 बजे तक के निर्धारित समय में गर्भगृह में प्रवेश दिया जा सकेगा। महाशिवरात्रि पर दीपोत्सव में मंदिर समिति द्वारा विभिन्न तय जगहों पर 51 हजार दीपक प्रज्ज्वलित करने का निर्णय लिया गया। मंदिर में शयन आरती में भक्त मंडल के सहयोग से दीप प्रज्ज्वलित किए जाएंगे।
कर्मचारियों का बढ़ेगा वेतन
बताया जा रहा है कि मंदिर समिति के कर्मचारियों का अब हर साल वेतन बढ़ाया जाएगा। समिति ने तय किया है कि वेतन वृद्धि केलिए जो केन्द्र और राज्य सरकार ने समीकरण बनाया है उसी प्रकार मुद्रा स्फीती के आधार पर 8.6 प्रतिशत वेतन वृद्धि की जाएगी। कर्मचारियों के सेवानिवृत्त होने पर सम्मान निधि राशि का प्रस्ताव भी तैयार कर संभागायुक्त को भेजा जाएगा। समिति में काम करने वाले कर्मचारियों के परिवार में विवाह, उपचार और शिक्षा के लिए लोन देने का प्रस्ताव भी तैयार किया जाएगा।