मंगन नाहर / ब्यूरो
आज तक प्रतियोगी बनकर सुनाए थे भजन, अब निर्णायक बनकर निभाई भूमिका
शाजापुर। अब तक केवल एक प्रतियोगी के रूप में अपने भजनों की प्रस्तुतियां देने वाले शाजापुर के प्रसिद्ध भजन गायक ने इस बार शहर के बाहर आयोजित सुंदरकांड प्रतियोगिता के निर्णायक की भूमिका निभाकर अपनी मंडली ओर शहर का नाम रोशन कर दिखाया।
गौरतलब है कि गत दिनांक 3 अक्टोबर शनिवार को झाबुआ जिले के पेटलावद तहसील अंतर्गत ग्राम जामली में पहली बार सुंदरकांड प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। जिसमें विभिन्न स्थानों से आई सुंदरकांड मंडलियों ने अपने सुमधुर भजनों की प्रस्तुतियां देकर बजरंगबली की स्तुति की। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान काकनवाणी के श्रीसिद्धेश्वर सुंदरकांड मंडल ने हासिल किया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि तारखेड़ी हनुमान मंदिर के पुजारी जनक रामायणी जी रहे वहीं उक्त आयोजन शाजापुर के श्री खेड़ापति सुंदरकांड भक्त मंडल की विशेष उपस्थित में सम्पन्न हुआ। प्रतियोगिता की खास बात यह रही की इस बार प्रतियोगिता का निर्णायक शाजापुर के प्रसिद्ध भजन गायक प्रकाश सूर्यवंशी को बनाया गया। श्रीखेड़ापति सुंदरकांड भक्त मंडल शाजापुर के गायक प्रकाश के सुमधुर भजनों से ही एक-दो नहीं बल्कि चार बार अव्वल आकर सुंदरकांड प्रतियोगिता के पहले विजेता का खिताब अपने नाम करने की विशेष उपलब्धि हासिल कर रखी है। जिसे देखते हुए आयोजन समिति ने प्रतियोगिता के निर्णायक का सम्मान प्रकाश को दिया। जो शहर के लिए भी गौरव का विषय है। इस दौरान शाजापुर से खेड़ापति भक्त मंडल के व्यवस्थापक निखिल मालवीय एवं सदस्य पखिल चावड़ा भी मौजूद रहे।