थांदला. हमें तो अपनों ने लूटा गैरों में कहां दम था हमारी तो किश्ती डूबी जहां पर पानी कम था जी हां हम बात कर रहे हैं पूरे मध्यप्रदेश में बहुचर्चित थादला नगर परिषद की सीएमओ की मनमानी के चलते पीड़ित ने शरीर पर घासलेट उड़ेला.नगर परिषद थांदला में जबरन सीएमओ प्रभारी सीएमओ अशोक चौहान अपनी मनमर्जी पर उतारू है नहीं करता है

नियम और कानून की परवाह गुरुवार को सड़क के किनारे दुकान लगाने वाले अति गरीब धर्मेंद्र पिता पन्नालाल गोस्वामी को दाल रोटी से दूर कर देना यह अशोक चौहान ने ठाना है अशोक चौहान अपनी मनमर्जी के चलते नगर में थांदला बामनिया रतलाम स्टेट हाईवे से लगाकर दुकानों का निर्माण करवा रहा है एवं बताया जाता है कि इन दुकानों को बाले बाले बेच भी गया है और नगर परिषद में जमा के अलावा भ्रष्टाचार में उपलक्ष अलग से भी रुपए प्राप्त कर चुका है यह उन दुकानों का निर्माण भी कराया गया है जिसकी शिकायत कर तहसीलदार ने जांच की है और जांच में अवैध निर्माण होना पाया गया है, अपना प्रतिवेदन एसडीएम थांदला एवं कलेक्टर झाबुआ को प्रस्तुत कर चुके हैं जो नियम अनुसार राजस्व विभाग को अब तक दुकानों का निर्माण हटाना ही था किंतु लचर एसडीएम एवं कलेक्टर के चलते निर्माण हटाया तो नहीं गया बल्कि कार्य भी बंद नहीं करवा सके यह दुकाने जिन का निर्माण हो रहा है जो एक स्थान नाले का है जहां निर्माण हो रहा है जो नियमों के विरुद्ध नजूल भूमि पर बिना किसी एनओसी के हो रहा है जिसमें तहसीलदार की टाउन एंड कंट्री की और सड़क विकास प्राधिकरण की स्वीकृति या अनापत्ति आवश्यक है और इन सभी मैं इस निर्माण पर आपत्ति भी ली है और एक बात पर जहां दुकानों का निर्माण अभी चल रहा है या भूमि शासकीय होकर बालक छात्रावास को आवंटित की हुई किंतु अशोक चौहान बेपरवाह दुकानों का अवैध रूप से निर्माण कार्य चलाए जा रहा है इन्हीं दुकानों निर्माणाधीन के पास थांदला के अति गरीब दंपत्ति धर्मेंद्र पिता पन्नालाल गोस्वामी लगभग 20 वर्षों से अपनी आजीविका चलाने के लिए छोटी सी दुकान लगाता है बीते 20 वर्षों से नगर परिषद मैं कर जमा कर रहा है बिजली के बिल जमा कर रहा है एवं मध्य प्रदेश सरकार ने 24 फरवरी 2016 का एक गजट नोटिफिकेशन जारी किया है जिसमें यह निर्देश है कि 3 वर्ष से जो व्यक्ति सड़क किनारे दुकान लगाकर व्यवसाय कर रहा है नगर परिषद ऐसे व्यवसाई को दुकान आवंटित कर दे यही नोटिफिकेशन लेकर अत्यंत गरीब दंपत्ति धर्मेंद्र गोस्वामी ने सभी अधिकारियों को आवेदन किया है जिससे सीएमओ ने धर्मेंद्र गोस्वामी को रोजी रोटी से विरक्त मोहताज कर देना चाहता है कल गुरुवार को इस संबंध में धर्मेंद्र गोस्वामी ने एस डी एम थांदला को पुनः आवेदन किया एवं एस डी एम ने जांच कर प्रस्तुत करने के लिए सी एम ओ को निर्देशित किया है और सी एम ओ को ऐसा गुस्सा आया कि वह तुरंत धर्मेंद्र के व्यवसाय स्थल पर पहुंचा और उसकी दुकान का सामान सड़क पर फेंकने लगा और जब धर्मेंद्र गोस्वामी और उसकी पत्नी का भी सब्र का बांध टूटा और दोनों पति पत्नी ने अपने शरीर पर घासलेट उड़ेल लिया और आग लगा लेने के लिए के लिए विवश और मजबूर हो गए आग लगाई लेते कि अड़ोस पड़ोस के लोगों ने पकड़ लिया और गरीब दंपति जो अपने आप को आग के हवाले कर लेते को रोक लिया गया फिर आसपास के लोगों को भी गुस्सा आया और आसपास के लोगों ने सी एम ओ को खरी खोटी सुनाना शुरू की और सब काले चिट्ठे मौखिक रूप से खोलें तो सी एम ओ उल्टे पांव भागा एवं घटनास्थल पर पुलिस भी पहुंची और आसपास के लोगों ने पुलिस को भी बताया कि अशोक चौहान ऐसे दुर्भावना से इस परिवार को दाल रोटी कमाने खाने से दूर कर देना चाहता है तब पुलिस ने इस दंपति को आश्वस्त किया सी एम ओ ऐसी हरकत करे तो डायल हंड्रेड पर फोन कर पुलिस की सहायता लेवेl