माटी की महिमा न्यूज /उज्जैन। मकान मालिक के पुत्र की हत्या के बाद लापता हुए किराएदार का शव जंगल में रस्सी के फंदे से लटका मिला था। किराएदार को पुलिस हत्या का संदिग्ध आरोपी मान रही थी। आज सुबह फांसी लगाने वाले युवक के परिजन उसका शव लेने के लिए उज्जैन पहुंचे थे। विदित हो कि मंगलवार को नीलगंगा थाना क्षेत्र के न्यू इंदिरा नगर में रहने वाले मुकेश प्रजापत के 8 वर्षीय पुत्र कृष्णा के लापता हो जाने के बाद उसकी लाश मकान की दूसरी मंजिल पर किराए से रहने वाले सुनील पिता शांतिलाल के कमरे से बरामद हुई थी। सुनील लापता हो गया था। पुलिस मोबाइल लोकेशन से उसकी तलाश कर रही थी। कुछ घंटे बाद ही सुनील भैरवगढ़ थाना क्षेत्र के अंबोदिया स्थित ग्राम सरोला में रेलवे पटरी के समीप जंगल में बबूल के पेड़ से रस्सी के फंदे पर लटका हुआ मिला था। जिसका भाई ललित और पिता आज सुबह उज्जैन पहुंचे थे। वह मूल रूप से खाचरोद पटेल नगर का रहने वाला था। 2 वर्ष से उज्जैन में रहकर बेलदारी कर रहा था। वही मुकेश प्रजापत यहां किराए से रहता था। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने अंतिम संस्कार के लिए सुनील का शव परिजनों को सौंप दिया। लेकिन हत्या और आत्महत्या से जुड़े कई सवालों का जवाब पुलिस को नहीं मिल पाया है। सुनील का डीएनए टेस्ट के लिए भेजा गया है। वही कृष्णा का बिसरा और स्लाइड बनाकर फॉरेंसिक लैब पहुंचाई गई है। आत्महत्या करने वाले सुनील को हत्या का संदिग्ध माना जा रहा था। कृष्णा की जान डीप बर्न की वजह से होना सामने आया था। सुनील के कमरे में मिली लाश के साथ पानी गर्म करने की हीटर रॉड मिली थी जिसके निशान मृतक कृष्णा के सीने और गले पर मिले थे।