माटी की महिमा न्यूज/उज्जैन। विनोद मिल की चाल के रहवासी अपने मकानों को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। आज सुबह सांसद के बंगले का घेराव किया गया। रहवासियों से सांसद नहीं मिले। जिसके चलते रहवासियों ने बंगले के बाहर ही धरना दे दिया था।
विनोद-विमल मिल की जमीन का निराकरण होने के बाद प्रशासन द्वारा यहां रहने वाले मिल मजदूरों को उनके आवास खाली करने का नोटिस जारी किया गय है। पिछले कुछ महीनों से लगातार मजदूर परिवार अपने मकानों को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। बुधवार को रहवासियों ने विधायक पारस जैन के बंगले का घेराव किया था और घंटों बैठे रहे। पारस जैन मजदूर परिवारों से मिले और आश्वासन देकर जयपुर रवाना हो गए। रहवासी रात 10 बजे तक बंगले के बाहर ही धरना देकर बैठे रहे। रहवासियों ने विधायक बंगले के बाहर ही भोजन बनाया और वहीं पंगत लगाकर खाया भी। आज सुबह एक बार फिर विनोद मिल की चाल में रहने वाले दर्जनों रहवासी महिला, बच्चों के साथ सांसद अनिल फिरोजिया के बंगले जा पहुंचे हैं। सुबह से ही बंगले के बाहर गुहार लगाने के लिए बैठे हैं लेकिन सांसद दोपहर तक उनसे मिलने नहीं पहुंचे थे। सांसद कार्यालय के कर्मचारियों का कहना था कि शहर से बाहर गए हुए हैं। सांसद ने अपना मोबाइल फोन भी स्वीच ऑफ कर लिया था। रहवासियों की मांग है कि उन्हें उचित स्थान दिया जाए। जिस पर उन्होंने कलेक्टर आशीष सिंह से भी चर्चा की थी। कलेक्टर का कहना था कि वह स्थान नहीं दे सकते हैं लेकिन सरकार को पत्र लिखकर रहवासियों की बात भेज सकते हैं। उचित स्थान देने का काम सरकार का है। लेकिन रहवासियों को मकान तो खाली करना ही पड़ेंगे। लंबे समय से आवास बचाने के लिए संघर्ष कर रहे रहवासियों का कहना था कि उनकी मांग स्वीकार नहीं की गई तो वह मिल गेट पर भूख हड़ताल शुरू करेंगे।