मलेरिया विभाग नींद में, मरीजों की नहीं हो रही जांच
माटी की महिमा न्यूज /उज्जैन
कोरोना संक्रमण के बीच अब डेंगू का खतरा बढ़ता नजर आ रहा है। जिला अस्पताल में डेंगू की जांच नहीं हो पा रही है। मलेरिया विभाग निष्क्रिय बना हुआ है। आगामी दिनों में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ सकती है।
पिछले सात माह से कोरोना संक्रमण की मार झेल रहे जिले में अब मौसम परिवर्तन के बाद डेंगू के मरीज सामने आने लगे हैं। जिला अस्पताल में बदन दर्द, तेज बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। लेकिन यहां जांच नहीं होने पर उन्हें निजी क्लीनिकों और अस्पतालों का रुख करना पड़ रहा है। कोरोना संक्रमण के लिए बनाए गए फ्लू ओपीडी के इंचार्ज डॉ. अमित पाटीदार ने बताया कि कोरोना के मरीजों की संख्या अब कम हो रही है। लेकिन डेंगू के लक्षण वाले मरीज बढ़ते नजर आ रहे हैं। डेंगू पीडि़त मरीजों के रक्त में प्लेटलेट्स की संख्या कम होने से उनकी स्थिति बिगड़ती है जिसका सही समय पर उपचार होने पर मरीज की जान बचाई जा सकती है। इधर मलेरिया-डेंगू से बचाव के लिए बनाया गया मलेरिया विभाग निष्क्रिय बना हुआ है। जिसने अभी तक बचाव के लिए कोई ठोस कदम उठाना शुरू नहीं किए हैं। बारिश के बाद मौसम में बदलाव और ठंड की शुरुआत होने के साथ ही डेंगू बीमारी फैलना शुरू हो जाती है। चिकित्सकों के अनुसार डेंगू मच्छर के काटने पर फैलता है। यह मच्छर दिन के समय ही काटता है और लगभग तीन फीट की ऊंचाई तक ही उड़ पाता है। इससे बचने के लिए घरों के आसपास साफ-सफाई रखना बहुत आवश्यक है।