शुभम राठौर की खास रिपोर्ट
उज्जैन। कुछ दिन पूर्व ही कलेक्टर आशिष सिंह ने शहर के सभी पशु मालिकों को बुलाकर बैठक ली थी और सख्त हिदायत दी थी कि शहर की सड़कों पर अगर 1 नवम्बर से कोई भी गाय विचरण करती पाई जाती है तो उक्त गाय को पकड़ कर शासकीय गौशाला में भेजा जाएगा और गौ मालिक पर कार्रवाई की जाएगी। जिसके चलते 1 नवम्बर से कलेक्टर के निर्देशानुसार शहर की सड़के गौ मुक्त दिखने लगी है। वहीं जिसकी गाय शहर पर विचरण करती दिखाई दी उसके मालिकोंं पर सख्त कार्रवाई की गई।
शहर की सड़क पर नहीं दिखाई दे रहे मवेशी
शहर की सड़कों पर झुंड बना कर दिखाई देने वाले आवारा मवेशी अब नहीं दिखाई दे रहे है जिसका सीधा-सीधा असर कलेक्टर के सख्त निर्देश का दिखाई दे रहा है।
कई पशु मालिकों ने भेज दिए पशुओं को शहर के बाहर
शहर में विचरण करती हुई गौ माताओं पर रोक लगाने के लिए प्रशासन द्वारा कार्रवाई की बात को लेकर पशु मालिकों की चिंता बढ़ा दी। जिसका सीधा उदाहरण देखने को यह मिला कि कई पशु मालिकों ने अपने पशुओं को गांव में भेज दिया जिससे गौ माताओं को रखने में दिक्कतो का सामना ना करना पडे और उनका भरण पौषण गांव में अच्छी तरह से हो सके। वहीं पशु मालिक भी प्रशासन की कार्रवाई से बचे रहे।
आवश्यकता है निरंतर कार्रवाई की
कई बार प्रशासन द्वारा कुछ दिनों तक सजगता से कार्रवाई की जाती है बाद में उक्त कार्रवाई को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। प्रशासन और निगम को आवश्यकता है कि जो सख्त हिदायत अभी पशु मालिकों को अभी दी जा रही है यहीं कार्रवाई अगर निरंतर चले तो ही काम की है अन्यथा सब प्रयास व्यर्थ है।