मामा के घर आए भांजे ने भी गले में डाला था फंदा
उज्जैन। दादा-दादी के साथ रहने वाले युवक ने रात को फांसी लगा ली। आज सुबह दरवाजा नहीं खुलने पर घटना की जानकारी सामने आई। इससे पहले बुधवार रात मामा के घर आए भांजे ने भी फंदा गले में डालकर आत्महत्या कर ली थी। दोनों मामलों में संबंधित थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम कराया है।
दानीगेट स्थित परमार धर्मशाला में अपने दादा-दादी के साथ वर्षों से रहने वाले भीमसिंह पिता मोहनलाल परमार 22 वर्ष निवासी शाजापुर का शव आज सुबह मफलर के फंदे पर लटका मिला है। भीमसिंह के दादा-दादी शहर से बाहर गए हुए हैं। वह अपने भाई राहुल और भाभी बबीता के साथ रहता था। नईखेड़ी स्थित वेयरहाउस में सुपरवाइजर था। आज सुबह जब भाभी चाय देने के लिए उसके कमरे तक पहुंची तो दरवाजा बंद पाया। काफी देर तक खटखटाने पर बबीता ने पति राहुल को जानकारी दी। राहुल ने दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश किया तो भाई भीम को लटका पाया। जानकारी लगते ही पुलिस घटना स्थल पहुंच गई थी। शव पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल लाया गया। फिलहाल भीमसिंह द्वारा उठाए गए कदम का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। इस घटनाक्रम से पहले बुधवार रात 9.30 बजे किशनपुरा में अपने मामा के घर इंदौर से आए अनुराग पिता चंपालाल गोठवाल 24 वर्ष ने कमरे का दरवाजा बंद कर कंबल से फंदा बनाकर फांसी लगा ली थी। मामले में माधवनगर थाना पुलिस सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची थी और मर्ग कायम कर जांच में लिया था। अनुराग द्वारा उठाए गए कदम का कारण भी स्पष्ट नहीं हो पाया है। वह तीन दिन पहले ही मामा के घर रहने आया था।