उज्जैन। दीपावली के बाद कृषि उपज मंडी में आज मुहूर्त के सौदे किए गए। सौदे से पहले मंडी परिसर में बने गणेश मंदिर में पूजा-अर्चना की गई। मुहूर्त में सोयाबीन 5501 रुपए में बिकी। वहीं अन्य फसलों के सौदे भी बोली लगाकर किए गए।

दीपावली के चलते मंडी में अवकाश रखा गया था। आज से मुहूर्त के सौदे के साथ कृषि उपज मंडी में कारोबार की शुरुआत की गई है। मुहूर्त के सौदे में भाजपा विधायक पारस जैन, कांगे्रेस विधायक रामलाल मालवीय सौदे की बोली लगाने के लिए पहुंचे थे। किसान बैलगाडिय़ों में अपनी फसल लेकर आए थे। गणेश मंदिर में पूजा अर्चना के बाद मुहूर्त के सौदों की शुरुआत की गई। इस दौरान दोनों जनप्रतिनिधियों ने सोयाबीन की बोली लगाई। बडऩगर मार्ग मुल्लापुरा से आए किसान गणेश की सोयाबीन का सौदा 5501 रुपए में अंकित इंटरप्राइजेस द्वारा किया गया। गेहूं की फसल ग्राम गोंसा से दिलीप चौहान लेकर पहुंचे थे। 3101 में गेहूं का सौदा मुहूर्त में किया गया। चकरावदा से किसान गोवर्धनसिंह चने की फसल लाए थे। मुहूर्त के सौदे में 7721 में चने की फसल का सौदा किया गया। निशू गिरी पंवासा से आया किसान ज्वार की फसल लेकर पहुंचा था। जिसका सौदा 1600 रुपए में किया गया। मुहूर्त के सौदे के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष बहादुरसिंह बोरमुण्डला, केसरसिंह पटेल, मंडी सचिव अश्विन सिन्हा, अनाज-तिलहन व्यवसायी संघ अध्यक्ष मुकेश हरभजनका, सचिव विजय कोठारी आदि मौजूद थे।

सोशल डिस्टेंसिंग का नहीं हुआ पालन
कृषि उपज मंडी में मुहूर्त के सौदे के दौरान दो जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में कोविड-19 की गाइड लाइन का पालन होता दिखाई नहीं दिया। जनप्रतिनिधियों के साथ आए उनके समर्थक और किसानों के साथ मंडी व्यापारी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे थे। जनप्रतिनिधियों द्वारा लगातार कोविड-19 गाइड लाइन का पालन किए जाने की बात कही जाती है लेकिन सार्वजनिक कार्यक्रमों और आयोजनों में गाइड लाइन का पालन होता दिखाई नहीं देता है। पिछले कुछ दिनों से राहत के बाद कल देर शाम जारी हुए कोरोना बुलेटिन में संक्रमित मरीजों की संख्या 27 होना सामने आई थी। जिसे देखकर एक बार फिर कोरोना का पिक आना बताया जा रहा था। लेकिन आज सुबह मुहूर्त के सौदों में कोरोना से लडऩे का सबसे बड़ा हथियार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होता नहीं दिखा।