निकालने वाले थे रैली, जिला प्रशासन ने नहीं दी अनुमति
उज्जैन। कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार के बाद प्रशासन ने एक बार फिर सख्त निर्णय लेकर गाइड लाइन का पालन कराना शुरू कर दिया है। जिसके चलते आगामी दिनों में शुरू हो रहे विवाह समारोहों से जुड़े कारोबारियों में नाराजगी दिखाई दे रही है। आज सुबह उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया और आक्रोश व्यक्त करते हुए आगामी दिनों में उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। हालांकि ये कारोबारी रैली निकालना चाहते थे लेकिन प्रशासन की अनुमति नहीं मिल पाई।
दो दिन पहले कलेक्टर आशीष सिंह ने कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए कोविड-19 की गाइड लाइन में नियमों को दोबारा से सख्त करते हुए विवाह समारोह से जुड़े बैंड संचालकों, डीजे संचालक, गार्डन और होटल मालिकों की बैठक लेकर होने वाले कार्यक्रमोंं को गाइड लाइन के मुताबिक संचालित करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद पिछले सात माह से आर्थिक रूप से टूट चुके इन कारोबारियों की नाराजगी सामने आई थी। कारोबार से जुड़े बैंड-बाजे और डीजे वालों का कहना था कि अगर बारात नहीं निकलेगी तो उनका व्यवसाय कैसे चलेगा। वहीं गार्डन संचालकों का कहना था कि गाइड लाइन में अनलॉक प्रक्रिया के दौरान दी गई रियायत के अनुसार ही विवाह समारोह आयोजित करने वाले लोगों के मुताबिक गार्डन की बुकिंग की थी। लेकिन अब विवाह में लोगों की संख्या 200 तक सीमित करने पर उनके व्यवसाय पर भी असर पड़ रहा है। इस व्यवसाय से जुड़े टेंट व्यवसायियों में भी काफी नाराजगी दिखाई दी थी। जिसके चलते आज सुबह विवाह समारोह से जुड़े कारोबार को संचालित करने वाले सभी लोग सामाजिक न्याय परिसर में एकत्रित हो गए और विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने अपने व्यवसाय की टूट चुकी कमर को दोबारा से गति देने की मांग भी मीडिया के माध्यम से प्रशासनिक अधिकारियों तक पहुंचाई। कारोबारी सामाजिक न्याय परिसर से टॉवर चौक तक रैली निकालना चाहते थे जहां पहुंचकर उनकी मंशा प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन सौंपने की थी। लेकिन कोविड-19 की गाइड लाइन के चलते रैली निकालने की अनुमति नहीं मिलने पर उन्होंने एक स्थान पर खड़े होकर ही विरोध प्रदर्शन किया।