विवाह समारोह की शुरु हुई धूम, चिंतामण मंदिर में भी विवाह के लिए पहुंच रहे वर-वधु
उज्जैन। देव उठनी एकादशी के साथ बुधवार को तुलसी-शालिग्राम विवाह का आयोजन मंदिरों और घरों में किया गया। इसके साथ ही विवाह समारोह की धूम शुरू हो गई। कोरोना संक्रमण के चलते विवाह समारोह परिवार और परिचितों की सीमित संख्या के बीच आयोजित किये जा रहे हैं।
देव उठनी ग्यारस को छोटी दीवाली के रूप में मनाया जाता है। बुधवार को इस दौरान तुलसी-शालिग्राम विवाह का आयोजन कर देव उठने की परंपरा का निर्वहन किया गया। इसके साथ ही विवाह समारोह की धूम शुरू हो गई। देव उठनी ग्यारस पर अबूझ मुहूर्त में कई विवाह समारोह आयोजित किए गए वहीं शहर में दिसंबर माह तक विवाह की शहनाइयां गूंजती दिखाई देगी। इस बार कोरोना संक्रमण के चलते कई परिवारों ने चिंतामण मंदिर पहुंचकर सादगी के साथ शादी समारोह को पूरा करने का प्रयास किया है। जिसके चलते चिंतामण मंदिर में 27, 28, 30 नवंबर के साथ 1 व 5 दिसंबर को शादी की लोगों द्वारा बुकिंग कराई गई है। देव उठनी ग्यारस पर हुए विवाह समारोह के बाद कई वर वधु आज भगवान चिंतामण गणेश के दर्शन करने के लिए मंदिर भी पहुंचे थे। मंदिर समिति के अनुसार 5 दिन में 12 शादियों की बुकिंग हुई है। मंदिर समिति द्वारा विवाह का प्रमाण पत्र जारी कर दस्तावेजों के आधार पर पंजीयन भी कराया जा रहा है। 15 दिनों की जांच के बाद विवाह के प्रमाण पत्र जारी किए जाएंगे।