उज्जैन। कार्तिक पूर्णिमा दो दिन की होने पर आज शाम को भी शिप्रा नदी में दीपदान होगा। सुबह से श्रद्धालु स्नान के लिए रामघाट पहुंचने लगे थे। रविवार को भी कार्तिक पूर्णिमा मानी गई थी। जिसके चलते बीती शाम शिप्रा नदी में दीपदान हुआ था और दिन भर श्रद्धालुओं ने नहान किया था। अधिक मास के चलते इस बार तीज त्योहारों की तिथि 2 दिन की हो गई थी। रविवार को कार्तिक पूर्णिमा होने पर श्रद्धालुओं ने शिप्रा स्नान और दीपदान की परंपरा को पूरा किया था तिथि के अनुसार आज भी कार्तिक पूर्णिमा मनाई जा रही है। सुबह से ही श्रद्धालु शिप्रा स्नान के लिए पहुंचने लगे थे। शाम को एक बार फिर शिप्रा का आंचल दीपों की रोशनी से जगमगाता दिखाई देगा। ज्योतिष आचार्यों के अनुसार रविवार को दान पुण्य की पूर्णिमा थी। आज स्नान और दीपदान की पूर्णिमा है कार्तिक पूर्णिमा का पर्व शिप्रा नदी के साथ सिद्धवट पर भी मनाया जा रहा है जहां श्रद्धालुओं द्वारा पहुंच कर दूध अर्पित किया जा रहा है। रविवार को भी यहां सैकड़ों श्रद्धालु पहुंचे थे कोरोना संक्रमण के बाद पहली बार कार्तिक पूर्णिमा के धार्मिक आयोजन में श्रद्धालुओं की संख्या दिखाई दी है आस्था लेकर पहुंचे लोगों में कोरोना का भय नहीं था उन्होंने स्नान के साथ दीपदान की परंपरा को पूरा किया है।