उज्जैन। प्रदेश सरकार के आदेश के बाद होमगार्ड जवानों को दो माह के लिए ड्यूटी से मुक्त किया गया है। इस दौरान उन्हें वेतन भी नहीं दिया जाएगा। जिसको लेकर जवानों में आक्रोश दिखाई दे रहा है। होमगार्ड कमांडेंट संतोष जाट ने बताया कि सरकार ने प्रदेश के सभी जिलों में पदस्थ होमगार्ड के 14 हजार जवानों को दो-दो माह के रेाटेशन के तहत ड्यूटी मुक्त करने के आदेश जारी किए हैं। जिसका वेतन भी उन्हें नहीं दिया जाएगा। प्रदेश शासन के आदेश के बाद जवानों पर आर्थिक संकट आ गया है। उनमें आक्रोश भी दिखाई दे रहा है। उज्जैन में 580 जवान पदस्थ हैं। जिसमें से 1 दिसंबर को 35 जवानों को ड्यूटी से मुक्त किया गया है। 1 फरवरी को 50 जवानों को ड्यूटी से मुक्त किया जाएगा। रोटेशन के तहत यह प्रक्रिया जारी रहेगी। जिले में पदस्थ होमगार्ड जवान कलेक्टोरेट से लेकर जिले के थानों पर पदस्थ हैं। वहीं होमगार्ड के कई जवानों की ड्यूटी शिप्रा नदी, रामघाट, त्रिवेणी, मंगलनाथ, सिद्धवट घाट पर लगाई जाती है। जहां अब जवान दिखाई नहीं देंगे। कोरोना संक्रमण काल में होमगार्ड जवानों ने पुलिस के साथ मिलकर व्यवस्थाएं संभाली हैं। बावजूद इसके शासन के पास बजट नहीं होने पर इस तरह की रोटेशन पद्धति को लागू किया गया है।