उज्जैन। श्रावण-भादौ मास के साथ कार्तिक अगहन मास में बाबा महाकाल नगर भ्रमण पर निकलते हैं। 14 दिसंबर को कार्तिक अगहन मास की शाही सवारी सोमवती अमावस्या के संयोग में निकाली जाएगी। कल कार्तिक मास का आखिरी दिन होने पर बाबा महाकाल ने तीसरी सवारी के रूप में नगर भ्रमण किया था।
महाकाल मंदिर से कल शाम 4 बजे परंपरा अनुसार बाबा महाकाल की तीसरी सवारी निकाली गई थी। परंपरागत मार्ग से सवारी रामघाट पहुंची। जहां पूजा-अर्चना के बाद वापस मंदिर लौटी थी। कार्तिक अगहन मास में इस बार बाबा महाकाल की पांच सवारी निकाली जाना है। 7 दिसंबर को अगहन मास की पहली सवारी निकाली जाएगी। 14 दिसंबर को बाबा महाकाल शाही सवारी के रूप में नगर भ्रमण करेंगे। इस दिन सोमवती अमावस्या का संयोग भी बन रहा है। जिसके चलते श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होने की संभावना बनती नजर आ रही है। कोरोना संक्रमण के चलते जिला प्रशासन द्वारा बाबा महाकाल की सवारी के दौरान सुरक्षा के पूरे इंतजाम किये जा रहे हैं। अधिक श्रद्धालुओं को सवारी मार्ग पर प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। कल निकली तीसरी सवारी के दौरान भी सैकड़ों श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंचे थे। जिला प्रशासन द्वारा बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग रखने वाले श्रद्धालुओं को नियमों का पालन कर दर्शन करने के निर्देश दिए जाते रहे। शाही सवारी में श्रद्धालुओं को लेकर प्रशासन द्वारा मंथन शुरू कर दिया गया है।