मनीष अहिरवार/थांदला।
जिले में पदस्थ होने के बाद पुलिस अधीक्षक ने जिले को अपराध मुक्त करने का कार्य शुरू किया। अपराधमुक्त झाबुआ जिले की इबारत पुलिस महकमे द्वारा लिखना शुरू की तो अपराधियो ने भी ईट का जवाब पत्थर से देने वाली कहावत चरितार्थ करने वारदातों कोअंजाम देना शुरू कर दिया। भले ही पुलिस एक के बाद एक मामले ट्रेस कर वारदातों का पर्दाफास करने में कामयाबी हासिल कर अपने तमगे बढ़ाने का कार्य कर रही किंतु अपराधी भी वारदातों को अंजाम देने में सफल हो रहे है।
ताजा मामला गुरुवार शाम थांदला-पेटलावद मार्ग पर अपने कर्तव्य से गंतव्य तक पहुच रहे बामनिया निवासी थांदला नगर परिषद के कर्मचारी शीतल जेन के साथ हुई लूट ने पुलिस के अपराध मुक्त जिले के संकल्प को ठेंगा दिखा दिया। बताते है नगरपरिषद लिपिक शीतल जेन प्रति दिन की तरह बाइक से अपने घर बामनिया लौट रहे थे। इसी दौरान अज्ञात बदमाश जोकि उनका पीछा बाइक से कर रहे थे ने घाट पर बाइक ओवर टेक कर उनके उनकी बाइक के आगे लगा दी और पलक झपकते ही उन पर वार शुरू कर दिया। बदमाशो के वार से जेन के सिर में चोट आई इसी दौरान बदमाश जेन का बैग जिसमे कुछ शासकीय दस्तावेज ओर नकदी थे ले कर फरार हो गए। घायल जेन ने जैसे तैसे इसकी जानकारी अपने साथियों तक पहुचाई। उपचार के लिए कर्मचारी शीतल जेन को थांदला लाय गय। पुलिस को खबर लगते है पुलिस हरकत में आई और बदमाशो की खोज शुरू कर दी।
पूर्व में भी क्षेत्र के काकनवानी थाना क्षेत्र के परवलिया निवासी व्यापारी के साथ ही थांदला मंडी के व्यापारी ओर बंधन बैंक कर्मचारी के साथ सुतरेटि मार्ग पर लूट हो चुकी है, हालांकि पुलिस इन वारदातों के अपराधियों को पकड़ वारदात का खुलासा कर चुकी है पर सवाल पुलिस के अपराध मुक्त जिले पर खड़े होने लगे है। एक वारदात का खुलासा होता ही नही की दूसरी वारदात तैयार हो जाती ।