प्रशासन की टीम ने मारा छापा, कॉपीराइट एक्ट का केस दर्ज
माटी की महिमा न्यूज /उज्जैन
खराब सीमेंट को जमा करने के बाद ग्राइंडर मशीन के माध्यम से पीसकर ब्रांडेड कंपनी की बोरियों में भरा जा रहा था। बाजार में ब्रांडेड कंपनी सीमेंट की खपत कम होने पर मामला उजागर हुआ है। प्रशासन की टीम ने छापामार कार्रवाई की। कंपनी के मैनेजर ने कॉपी राइट एक्ट का प्रकरण दर्ज कराया।

अल्ट्रा टेक सीमेंट की लगातार बाजार में कम होती खपत के बाद कंपनी के हरजीतसिंह और कमलसिंह दिल्ली गुडग़ांव से उज्जैन पहुंचे और मामले की शिकायत कलेक्टर से की। एसडीएम राकेशमोहन त्रिपाठी, तहसीलदार भूमिका जैन, सीएसपी पल्लवी शुक्ला और पंवासा टीआई मुनेन्द्र गौतम ने मक्सी रोड क्षेत्र में टीनशेड से बने कारखाने पर छापा मारा। जहां खराब सीमेंट को ग्राइंडर मशीन से पीसकर अल्ट्रा टेक कंपनी की बोरियों में भरा जा रहा था। छापा पड़ते ही कारखाने में काम कर रहे मजदूर घबरा गए। जानकारी लेने पर सामने आया कि कारखाना जितेन्द्र रायकवार और गोवर्धन राजपूत निवासी बजरंग नगर द्वारा कारखाना संचालित किया जा रहा था। दोनों खराब सीमेंट जमा करने के बाद उसे ग्राइंडर मशीन में पीसकर मजदूरों की मदद से ब्रांडेड कंपनी की बोरियों में भरने का काम कर रहे थे। मौके से 500 से अधिक सीमेंट की बोरियां बरामद की गई हैं। वहीं खराब सीमेंट का जखीरा भी मिला है। जांच के दौरान इस बात का पता चला कि सीमेंट बाजार भाव से 4 रुपए कम दाम में सप्लाय की जा रही थी। प्रशासन की कार्रवाई के बाद गुडग़ांव से आए कंपनी के कमलसिंह ने मामले में पंवासा थाने पहुंचकर दोनों के खिलाफ कॉपी राइट एक्ट का प्रकरण भी दर्ज कराया है।

बोरियों की छपाई भी हो सकती है स्थानीय..!
खराब सीमेंट भरने के लिए उपयोग की जा रही ब्रांडेड कंपनी की बोरियों के संबंध में पुलिस द्वारा जानकारी जुटाई जा रही है। आशंका है कि बोरियों को स्थानीय स्तर पर ही छपवाया गया है। पुलिस छपाई करने वालों से भी पूछताछ करेगी। वहीं इस बात का पता लगाया जा रहा है कि अब तक टीनशेड में बने कारखाने से किन निर्माण स्थलों तक सीमेंट को पहुंचाया गया है। खराब सीमेंट से हुए निर्माण कार्य को बड़ा नुकसान पहुंच सकता है।