जेल में चिकित्सकों की कमी भी दूर की जायेगी
उज्जैन। प्रदेश की जेलों में बंद सजायाफ्ता कैदियों के लिए अच्छी खबर सामने आई है। उन्हें सजा पूरी होने से एक माह पहले रिहा किया जाएगा। गृह एवं जेल मंत्री ने यह बात कही है। वहीं जेल में चिकित्सकों की कमी को पूरा करने के आदेश भी जल्द जारी होंगे।
गृह एवं जेल मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने भोपाल सेंट्रल जेल में कोरोना वॉरियर्स जेलकर्मियों के लिये आयोजित सम्मान समारोह को संबोधित किया। उन्होंने जेल विभाग के अधिकारी/कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा कि कोरोना की महामारी के दौरान प्रदेश के 45 हजार से अधिक बंदियों का बेहतर प्रबंधन करते हुए एक भी कोरोना पीडि़त का काल-कवलित नहीं होना जेल विभाग की बेहतर कार्यप्रणाली को प्रदर्शित करता है। जेलें न केवल कारागार हैं बल्कि सुधारगृह भी हैं। यहाँ बंदियों के बौद्धिक विकास के द्वारा विकार दूर कर विकास का मार्ग प्रशस्त किया जाता है। मंत्री डॉ. मिश्रा ने कैदियों के आत्मबल संवर्धन के लिये कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश जेल महानिदेशक संजय चौधरी को दिये। कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि जेलों में चिकित्सकों की कमी शीघ्र पूरी करने का प्रयास किया जायेगा। आगामी 11 दिसंबर से 24 दिसंबर तक प्रदेश में जेल विभाग के 282 पदों की पूर्ति के लिये परीक्षा आयोजित की जायेगी। डॉ. मिश्र ने कोरोना वॉरियर्स की प्रशंसा करते हुए कहा कि जेलकर्मियों ने कोरोना संक्रमण से बंदियों के बचाव के लिये उत्कृष्ट कार्य किया है। उन्होंने कहा कि सेंट्रल जेल भोपाल के सांस्कृतिक भवन का सभागार अब जेल प्रहरी स्व. रमाकांत यादव सभागार के नाम से जाना जायेगा। उन्होंने छिंदवाड़ा के डिप्टी जेलर राजकुमार त्रिपाठी के कोरोना से दिवंगत होने पर उनकी धर्मपत्नी प्रीति त्रिपाठी को अनुकंपा नियुक्ति प्रदान करने के निर्देश दिये। मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि पुलिसकर्मियों की तरह ही जेलकर्मियों के लिये भी सम्पूर्ण प्रदेश में सर्वसुविधा-युक्त आवासगृहों का निर्माण किया जायेगा।