जैन समाजजनों को मिलेगी धर्म ओर आध्यात्म की अनमोल धरोहर
शाजापुर। शाजापुर करता है आव्हान – ठाठ से हो मंदिर निर्माण…बीते लंबे समय से इस भाव को अपने मन में रखकर जिन मंदिर निर्माण के लिए प्रयत्नशील शाजापुर नगर के जैन समाज का संकल्प सोमवार को शिला पूजन कार्यक्रम के साथ साकार होना शुरू हो गया। मंदिर निर्माण स्थल पर समाजजनों ने विधि-विधान सहित शुभ मुहूर्त में शिला स्थापना करते हुए बहुप्रतिक्षित देव कार्य के शीघ्र पूर्ण होने की कामना की।
उक्त जानकारी देते हुए समाज के मीडिया प्रभारी मंगल नाहर ने बताया कि परम पूज्य अनुयोगाचार्य श्रीवीररत्न विजय जी महाराज साहब के शुभ आशीर्वाद से लालघाटी स्थिति बापू की कुटिया के समीप भुवनभानु विद्या विहार ट्रस्ट द्वारा श्री सिद्धाचल वीरमणि तीर्थ जिनालय धाम का निर्माण किया जा रहा है। जिसके लिए गत माह 19 नवंबर को भूमि पूजन करके निर्माण कार्य का श्रीगणेश किया गया था। इसी कड़ी में निर्माण स्थल पर 7 दिसंबर सोमवार को सुबह 9 बजे शुभ मुहूर्त में 9 शिलाओं की स्थापना विधिकारक गौरव जैन (चौमहला) के द्वारा धार्मिक विधि – विधानपूर्वक सम्पन्न करवाई गई। इस दौरान ट्रस्ट मंडल के सदस्यों सहित उपस्थित समाजजनों ने भी कोविड-19 कोरोना संक्रमण से बचाव संबंधी प्रशासनिक नियमों का अनिवार्य रूप से पालन करते हुए इस अविस्मरणीय धार्मिक अवसर का लाभ लिया।

शाजापुर सहित मालवा की धार्मिक धरोहर साबित होगा यह तीर्थ
श्री सिद्धाचल वीरमणि तीर्थ धाम के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए श्री भुवनभानु विद्या विहार के अध्यक्ष लोकेन्द्र नारेलिया ने बताया कि गुरूदेव की शुभ प्रेरणा से बनने वाला यह तीर्थ शाजापुर सहित सम्पूर्ण मालवा अंचल की अनमोल धार्मिक धरोहर साबित होगा। यहां प्रथम तीर्थंकर श्री आदिनाथ भगवान, श्री नेमीनाथजी, विमल नाथजी, श्री गोतम स्वामीजी, श्री सिद्धाचल महातीर्थ का कलात्मक पट्ट, श्री भुवनभानु सूरीजी, श्री मणिभद्र वीर, श्री गोमुखी यक्ष, श्री चकेश्वरी देवी की स्थापना होगी। इसके साथ ही प्रवचन हाल भोजनशाला, उपाश्रय, बाहर से आने वाले यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था हेतु सुविधायुक्त कक्ष आदि का निर्माण किया जाएगा। नेशनल हाईवे के समीप होने से इसका धार्मिक लाभ शाजापुर सहित लंबी दूरी के साधर्मिकजनों को भी मिल सकेगा।
इन्होंने लिया शिलाओं सहित अन्य धार्मिक स्थापना का लाभ
शिला पूजन के दौरान निर्माण स्थल पर स्थापित की गई मुख्य शिला के लाभार्थी रविन्द्र कुमार (गोलू), राहुल कुमार छाजेड़ सहित अन्य शिलाओं के लाभार्थी संदीप कुमार-शांतिलाल जैन, संजय कुमार-मनोज कुमार रामसणा, प्रवीण कुमार जैन, राजमलजी-महेश कुमार-पारस कुमार जैन, केशरीमल-रविकुमार वेदमेहता, राजेंद्र कुमार-लोकेन्द्र कुमार-जितेन्द्र कुमार कटारिया तथा रमेशचन्द्र – मंगलेश दुग्गड़ रहे। इसके साथ ही शिला पूजन के दौरान लगाई गई बोलियों के अनुसार श्रीधरणेन्द्र-पद्मावती स्थापना के लाभार्थी जितेन्द्र कटारिया, कुर्म-स्वस्तिक स्थापना के संदीप जैन, कोड़ी स्थापना के संजय-मनोज रामसणा तथा नाभि स्थापना के लाभार्थी स्व. श्रीमति पुष्पादेवी, भिवंडी (महाराष्ट्र) की स्मृति में मंगलेश दुग्गड़ रहे। अंत में महाआरती के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। जिसके लाभार्थी प्रवीण कुमार जैन रहे।