माटी की महिमा न्यूज /उज्जैन
पिछले एक माह से अपने आशियानों को बचाने की लड़ाई लड़ रहे बिनोद मिल की चाल के रहवासी मुख्यमंत्री के उज्जैन आगमन पर मिलने पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वस्त करते हुए वादा निभाने की बात कही है।
सामाजिक न्याय परिसर में मंगलवार को किसान सम्मेलन आयोजित किया गया था जिसमें दो घंटे की देरी से मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान उज्जैन पहुंचे थे। इस दौरान बिनोद मिल की चाल में रहने वाले रहवासी उनसे अपने आशियानों को बचाने की गुहार लगाने के लिए मिलने पहुंचे थे। शिवराजसिंह चौहान ने रहवासियों के साथ सादगी से मुलाकात की और कहा कि चिंता मत करो, जो वादा किया है निभाना पड़ेगा। रहवासियों का कहना था कि कोर्ट का आदेश आ चुका है। जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आप लोगों के साथ बैठकर मामले का हल निकाला जाएगा। गौरतलब है कि बिनोद मिल की चाल में बने 126 परिवारों के आशियानों को हाईकोर्ट ने हटाने का निर्देश देते हुए भूमि और मलबा बेचकर मिल मजदूरों को उनका बकाया पैसा देने के निर्देश दिए हैं। आदेश के बाद यहां आशियाने बना चुके मजदूरों और रहवासियों ने घरों के टूटने की बात सामने आने के बाद बचाने के लिए धरना प्रदर्शन और आंदोलन शुरू कर दिये थे। कुछ दिन पूर्व रहवासियों ने पूर्व मंत्री और वर्तमान भाजपा विधायक पारस जैन के निवास का घेराव भी किया था। विधायक ने रहवासियों को मुख्यमंत्री के आगमन पर मिलवाने का आश्वासन दिया था जिसे कल उन्होंने रहवासियों को मिलवाकर पूरा किया है। मुख्यमंत्री द्वारा रहवासियों को मिले आश्वासन के बाद उनमें उम्मीद की किरण जाग चुकी है। जल्द ही मामले को लेकर रहवासियों का एक प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री से मुलाकात करने के लिए भोपाल भी पहुंच सकता है। बिनोद मिल की चाल के रहवासियों की समस्या को लेकर सांध्य दैनिक माटी की महिमा समाचार पत्र द्वारा लगातार उनकी आवाज को प्रकाशित किया जा रहा था। रहवासियों की टूटती उम्मीद को मुख्यमंत्री से हुई मुलाकात के बाद बड़ा सहारा मिला है।