कोरोना काल में किया गया था बंद, ऑपरेशन के मरीजों को अन्य वार्डों किया जा रहा भर्ती
माटी की महिमा न्यूज /उज्जैन
संभाग का सबसे बड़ा जिला अस्पताल हमेशा ही किसी न किसी बात को लेकर सुर्खियों में बना रहता है। इन दिनों यहां शिशु सर्जीकल एफ वार्ड पिछले 8 माह से बंद पड़ा हुआ है।
जिला अस्पताल में ऑपरेशन थियेटर के सामने एफ वार्ड बना हुआ है। जिसे शिशु सर्जिकल वार्ड नाम दिया गया था। चरक भवन बनने के बाद इस वार्ड में सर्जरी के मरीजों को भर्ती किया जाने लगा। मार्च माह में कोरोना संक्रमण के चलते जिला अस्पताल के स्टॉफ की ड्यूटी अन्य जगह लगा दी गई थी। जिसके चलते उक्त एफ वार्ड को बंद कर दिया गया था। स्टॉफ की कमी का उस वक्त हवाला दिया गया था। लेकिन अब कोरोना से हालात सामान्य हो चुके हैं। माधवनगर अस्पताल में कोरोना यूनिट बन चुकी है। वहीं आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में भी कोरोना मरीजों का उपचार किया जा रहा है। अप्रैल-मई माह में जिस तरह से कोरोना संक्रमित मरीज सामने आ रहे थे उस तरह के हालात अब नहीं हैं। बावजूद इसके जिला अस्पताल के एफ वार्ड को अब तक नहीं खोला गया है। जिला अस्पताल में प्रतिदिन सर्जरी भी हो रही हैं। मरीजों को अन्य वार्डों में भर्ती किया जा रहा है। जिससे उनमें इन्फेक्शन का खतरा बना हुआ है। जबकि एफ वार्ड को सर्जीकल मरीजों के लिए पिछले कई महीनों से आरक्षित कर रखा था। यहां ऑपरेशन के बाद मरीजों को रखा जा रहा है। अब भी अस्पताल प्रशासन द्वारा स्टॉफ की कमी होना बताकर उक्त वार्ड को नहीं खोला जा रहा है।
सफाई व्यवस्था थी चरमराई
जिला अस्पताल में अव्यवस्थाओं के बीच सफाई व्यवस्था भी चरमराई है। दिखावे के लिए वार्डों के बाहर सफाई की जा रही है। अंदर हालात बिगड़े हुए हैं। मरीजों के लिए वार्डों में बनी लेट-बाथ काफी दयनीय स्थिति में है। कुछ दिन पूर्व सी और डी वार्ड के सामने सीवरेज लाइन चोक होने से हालात बद्तर दिखाई देने लगे थे।