पारिवारिक कलह आया सामने, परिवार के इकलौते थे बेटा-बहू
माटी की महिमा न्यूज /उज्जैन
पारिवारिक कलह में पति ने रस्सी का फंदा गले में डालकर फांसी लगा ली। पत्नी ने लटका देखा तो जहर खा लिया। घटनाक्रम खेत पर बने मकान में हुआ। परिवार को जानकारी लगती दोनों की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर पति-पत्नी का आज सुबह पोस्टमार्टम कराया है।
कायथा थाना प्रभारी प्रदीपसिंह राजपूत ने बताया कि ग्राम आसेर में रहने वाले जितेन्द्र पिता मनोहर उर्फ पोपसिंह सिसौदिया खेती किसानी करता था।

खेत पर ही उसने अपना मकान बना रखा था। वह पत्नी सुनीता के साथ खेत पर ही रहता था। बीती देर शाम जितेन्द्र ने घर में रोशनदान से रस्सी बांधकर गले में मौत का फंदा डाल लिया था। पत्नी ने उसे लटका देखा तो उसने भी कीटनाशक पी लिया। इस मामले की जानकारी परिजनों को लगी तो खेत पर पहुंचे। जहां जितेन्द्र की मौत हो चुकी थी। सुनीता को उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। मामला पारिवारिक कलह का सामने आ रहा है। जांच के लिए घटना स्थल पर एफएसएल अधिकारी डॉ. प्रीति गायकवाड़ पहुंची थी। घटना स्थल से शव बरामद करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए तराना अस्पताल पहुंचाए गए हैं।
एक माह पहले हुआ था परिवार में समझौता
थाना प्रभारी के अनुसार जितेन्द्र और सुनीता का विवाह पांच वर्ष पूर्व हुआ था। इस दौरान सुनीता के भाई और जितेन्द्र की बहन के बीच प्रेम प्रसंग हो गया था। जितेन्द्र के परिजनों ने दुष्कर्म का मामला दर्ज करा दिया था। उसके बाद परिवारिक विवाद की स्थिति बन गई थी। कुछ माह पूर्व ही दोनों परिवारों के बीच समझौता हो गया था और मिलकर रहने लगे थे। लेकिन पारिवारिक विवाद बना हुआ था। जितेन्द्र परिवार का इकलौता पुत्र था और 30 बीघा के लगभग जमीन पर उसकी खेती थी। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। घटना स्थल पर दोनों अकेले थे। जिसके चलते घटना का स्पष्ट कारण सामने नहीं आ पाया है। परिजनों के बयान के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।