शाम को 8 किलोमीटी प्रतिघंटे की रफ्तार से चली हवा, धूप निकलने से मिली हल्की राहत
माटी की महिमा न्यूज /उज्जैन
दिसंबर माह के अंतिम दिन करीब आते ही शहरवासी कंपकंपाते नजर आने लगे हैं। न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। बीती शाम 8 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चली ठंडी हवा से रात सर्द हो गई थी। आज सुबह धूप निकलने से हल्की राहत महसूस की जा रही थी।
पिछले सप्ताह कोहरे और बादलों की वजह से तापमान में उतार-चढ़ाव बना हुआ था। तीन दिन पहले मौसम खुलते ही ठंड ने शहर पर अपना कब्जा करना शुरू कर दिया। रात के तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। बीती रात सबसे सर्द रात रही। न्यूनतम तापमान 6.5 डिग्री पहुंच चुका था। शुक्रवार-शनिवार रात न्यूनतम तापमान 8 डिग्री दर्ज किया गया था। 2 डिग्री की आई गिरावट और 8 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चली हवा ने शहरवासियों को ठिठुरा दिया था। रात 9 बजे से ही सड़कों पर सन्नाटा दिखाई देने लगा था। जीवाजी राव वेधशाला अधीक्षक डॉ. राजेन्द्र कुमार गुप्त ने बताया कि ठंडी हवा उत्तर दिशा की ओर से आ रही है। पिछले दिनों पहाड़ी क्षेत्रों में हुई बर्फबारी का असर शहर में दिखाई दे रहा है। जैसे-जैसे हवा की गति तेज होगी ठंड बढ़ती चली जाएगी। इस बीच दिन में धूप खिलने से राहत महसूस की जा रही है। अधिकतम तापमान में शनिवार को 5 डिग्री का उछाल दर्ज किया गया है जो 26 डिग्री पहुंच चुका था। आज रविवार सुबह एक बार फिर हवा की गति ने रफ्तार पकडऩा शुरू कर दिया था जिसके चलते एक बार फिर अधिकतम तापमान में गिरावट आ सकती है। दिसम्बर माह के बचे शेष दिन कड़ाके की ठंड के बीच गुजरने की पूरी संभावना दिखाई दे रही है।

कॉलोनियों में कफ्र्यू सा नजारा
शाम ढलने के साथ बढ़ती ठंड के चलते पॉश कॉलोनियों में शाम 7 बजे बाद ही कफ्र्यू सा नजारा दिखाई देने लगा है। ठंडी हवा से बचने के लिए घरों के खिड़की दरवाजे भी पूरी तरह से बंद नजर आ रहे हैें। शहरवासी सुबह से लेकर रात तक गर्म कपड़े पहने हुए हैं। ठंड के चलते सुबह बाजार देरी से खुल रहा है। वहीं शाम को व्यापारी वर्ग दुकानें जल्दी बंद कर लौट रहे हैं। सड़कों पर जीवन यापन करने वाले लोग किराये के बिस्तर लेकर ठंड से बचने का पूरा जतन करने में लगे हुए हैं। गर्म कपड़ों का बाजार भी गुलजार नजर आने लगा हैं। ठंड से बचने के लिए बड़े घरों में बिजली के हिटर चलने लगे हैं वहीं मध्यमवर्गीय परिवारों के साथ सड़कों पर अलाव जलाकर ठंड से बचने के जतन किए जा रहे हैं।
गर्म खाद्य पदार्थों की बढ़ी मांग
ठंड का मौसम वैसे तो लोगों के लिए परेशानी भरा बनकर आता हैं लेकिन सेहत के लिए मौसम सबसे फायदेमंद भी माना जाता है। इस मौसम में गर्म खाद्य सामग्री का स्वाद लोगों की जुबान पर अपने आप ही चढऩे लगता है। इन दिनों बाजार में गजक, पिण्डखजूर, गराडू के साथ गर्म जलेबी की डिमांड अधिक बढ़ गई है। शहरभर में गजक की दुकानें सज चुकी हैं। पिण्डखजूर और गराडू के ठेले गली-मोहल्ले में नजर आ रहे हैं। सूखे मेवे की खपत भी बढ़ चुकी है। मकर संक्रांति का पर्व भी करीब आने से गुड़ के साथ तिल्ली की डिमांड भी बाजार में बढ़ चुकी है। ये सभी खाद्य सामग्री ठंड के मौसम में स्वास्थ्य के लिए लाभदायक बनी हुई है।