माटी की महिमा न्यूज/उज्जैन। रात 12 बजते ही प्रभु यीशु का जन्म हुआ। प्रभु यीशु का जन्म होते ही ईसाई समाज ने खुशियां मनाना शुरू की। देवास रोड स्थित कैथोलिक चर्च और मसीही मंंदिर में प्रभु यीशु का जन्म हुआ। चर्च में बिशप सेबेस्टियन वडक्कल ने समाजजनों को प्रभु यीशु की जन्म प्रार्थना कराई। प्रार्थना के दौरान प्रभु यीशु से कोरोना को खत्म करने की प्रार्थना की गई।

ईसाई समाज ने इस बार छोटे स्वरूप में क्रिसमस पर्व का त्योहार मनाया। चर्च में सोशल डिस्टेंसिंग और सेनेटाइजर का उपयोग भी किया गया और कुछ समाजजनों की मौजूदगी में रात में क्रूज यात्रा निकाली गई। जहां बिशप की गोद में बालक यीशु की प्रतिमा थी। प्रतिमा को हाथ में लेते हुए बिशप ने अग्नि के फेरे लिए। कैथोलिक चर्च के फादर एंथोनी ने बताया कि चार पारियों में प्रार्थना हुई और प्रतिवर्ष होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों को इस बार कोरोना के कारण निरस्त कर दिया गया। आज सुबह 9 बजे से 11 बजे तक साधारण आराधना हुई। देर रात प्रभु यीशु के जन्म के बाद समाजजनों ने एक-दूसरे को क्रिसमस पर्व की शुभकामनाएं दी। क्रिसमस पर्व को देखते हुए दोनों चर्चों में आकर्षक विद्युत सज्जा और झांकियां सजाई गई थी।