नई दिल्ली । कोरोना महामारी के बीच हिमालय में वार्षिक अमरनाथ यात्रा जल्द ही शुरू होने वाली है। इस बार भगवान शिव की पवित्र गुफा मंदिर के दर्शन करने के लिए प्रतिदिन 500 से अधिक तीर्थयात्रियों को गुफा तक जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि इस बार केवल एक मार्ग से ही औपचारिक यात्रा की अनुमति होगी। जम्मू और कश्मीर में स्थित अमरनाथ और वैष्णो देवी तीर्थस्थलों की तीर्थयात्रा के मुद्दे पर केंद्रीय मंत्रियों जी किशन रेड्डी, जितेंद्र सिंह और गृह मंत्रालय और जम्मू और कश्मीर प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने एक उच्च स्तरीय बैठक की। अमरनाथ यात्रा 21 जुलाई से शुरू होने की संभावना है। बैठक के बाद बताया गया कि इस वर्ष की तीर्थयात्रा सीमित तरीके से आयोजित की जाएगी।
कोविड-19 संबंधी नियमों का सख्ती से पालन करते हुए प्रतिदिन 500 से अधिक तीर्थयात्रियों को यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। बर्फ जमी होने की वजह से पहलगाम के रास्ते को अभी तक साफ नहीं किया जा सका है। ऐसे में इस साल बालटाल के रास्ते से ही तीर्थयात्रा की अनुमति दी जा सकती है। हालांकि, हिमालय में तीर्थ यात्रा पर अंतिम निर्णय अगले हफ्ते लिया जाएगा।