कालिदास अकादमी में जमकर गूंजे ठहाके, फिल्म अभिनेता असरानी के साथ कवियों ने जमकर हंसाया-असरानी बोले कलेक्टर आशीष सिंह नंबर वन, अमिताभ को भी उन्हें बुलाना पड़ा
उज्जैन। विश्व हास्य दिवस 11 जनवरी को 21वें अंतरराष्ट्रीय ठहाका सम्मेलन का आयोजन हुआ। जिसमें फिल्म अभिनेता असरानी को ठहाका सम्मान से सम्मानित किया गया। इस दौरान ठहाका द्वारा यूथ आईकॉन सम्मान से सम्मानित कलेक्टर आशीष सिंह की फिल्म अभिनेता असरानी ने जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा आपके शहर उज्जैन में कलेक्टर आशीष सिंह नंबर वन कलेक्टर हैं, सफाई में इंदौर को उन्होंने नंबर वन बना दिया, अब उज्जैन में भी कड़ी मेहनत कर रहे हैं, अमिताभ बच्चन को भी कौन बनेगा करोड़पति में उन्हें बुलाना पड़ा। सम्मेलन में कोविड सुरक्षा सम्मान से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमरेंद्रसिंह को भी सम्मानित किया गया वहीं सच्चे कोरोना योध्दा के रूप में सेवा दे रहे डॉ. एचपी सोनानिया और डॉ. महावीर खंडेलवाल को प्रदान किया गया।

ठहाका सम्मेलन के संस्थापक संयोजक डॉ. महेन्द्र यादव के अनुसार कार्यक्रम में अतिथि के रूप में उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव, विधायक तराना महेश परमार, मनीष शर्मा, योगेश शर्मा, पूर्व विधायक राजेन्द्र भारती आदि मौजूद रहे। ठहाका कालिदास सम्मान अशोक भाटी, ठहाका शकुंतला अवार्ड नमिता नमन दिल्ली, उज्जैन रत्न सम्मान से नरेन्द्रसिंह अकेला, उज्जैन गौरव सम्मान भारती माधव, देश का प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय ठहाका सम्मान फिल्म अभिनेता असरानी को दिया गया। ठहाका अदालत में जनप्रतिनिधियों पर मुकदमे चले जिसमें जज की भूमिका में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव थे, जनता की ओर से वकील की भूमिका में महेन्द्र यादव ने सवाल किये। असरानी ने अपने चिरपरिचित अंदाज में अंग्रेजों के जेलर के साथ उनके फिल्मों के मशहूर कई डॉयलाग सुनाए और जनता को खूब हंसाया। असरानी और डॉ. महेन्द्र यादव की जुगलबंदी में दोनों ने मिलकर ठहाके लगवाये। ठहाका सम्मेलन में हर बार मंच पर रहने वाले हास्य के बड़े हस्ताक्षर जॉनी बैरागी ने दर्शकों को जमकर हास्य व्यंग्य की रचनाओं के माध्यम से गुदगुदाया और ठहाका लगाने पर मजबूर किया। लोग मालवा के सुपर स्टार जॉनी बैरागी को बुलाने की मांग करते रहे। मुंबई से आये लाफ्टर कलाकार अंकित सिसौदिया ने मिमिक्री कर ठहाके लगवाये। 50 से ज्यादा फिल्मी कलाकारों की हूबहू आवाज निकाली। इनके साथ ही हास्य कवि धीरज शर्मा मांडव, कुलदीप रंगीला देवास, अशोक भाटी, नरेन्द्रसिंह अकेला उज्जैन, कवित्री साबिया असर भोपाल, नमिता नमन दिल्ली ने भी लोगों की दाद बटोरी। संचालन डॉ. महेन्द्र यादव एवं राशि रमेन्द्र मिश्रा ने किया। दोनों की नोकझोक का दर्शकों ने लुत्फ उठाया। कार्यक्रम की शुरूआत में ज्वलंत शर्मा ग्रुप द्वारा संगीतमय प्रस्तुतियां दी गई। संरक्षक हरिसिंह यादव के नेतृत्व में ठहाका टीम ने संपूर्ण व्यवस्था संभाली। कोरोना की गाईड लाईन का पूरी तरह से पालन किया गया, प्रवेश द्वार पर ही सेनेटाईजर की व्यवस्था की गई। मनोहर परमार, ललित लुल्ला, विजय तिवारी, आशीष खंडेलवाल, शुभम अरोरा, रीतिक यादव, सुरेन्द्र दरबार, रोहित चौहान, राहुल प्रजापति, प्रभात शर्मा, मकसूद पठान आदि की देखरेख में आयोजन हुआ।
मरणोपरांत दिया सम्मान, नम हुई आंखे
प्रसिध्द कवि नागदा के स्व. जगन्नाथ विश्व का 8 दिन पूर्व अकस्मात निधन हो गया। ठहाका परिवार द्वारा उन्हें सम्मानित किया जाना था और वे भी मालवा का रजनीकांत पुरस्कार लेने आने वाले थे, लेकिन उनका देहांत हो जाने पर उनकी बेटी संध्या विश्व को सम्मान प्रदान किया गया। सम्मान लेने मंच पर आई संध्या पिता को दिये गये मरणोपरांत सम्मान को पाकर भावुक हो गई, इस दौरान कई आंखें नम हुई।

29 देशों में 5 लाख लोगों ने देखा लाईव
कोरोनाकाल में कालिदास अकादमी में आयोजन तो सीमित था मगर फेसबुक, यूट्यूब के माध्यम से हुई लाईव प्रसारण ने दुनियाभर में ठहाके लगवाये। 29 देशों में फेसबुक, यूट्यूब के माध्यम से लाईव प्रसारण के माध्यम से करीब 5 लाख से अधिक लोगों ने आयोजन देखा। इसके अलावा स्थानीय चैनलों पर भी इसका प्रसरण हुआ।
कोरोनाकाल में हुई गधे की मौत, तस्वीर की उतारी आरती
ठहाका सम्मेलन में प्रतिवर्ष कार्यक्रम की शुरूआत गधे को गुलाबजामुन खिलाकर की जाती है, लेकिन कोरोना काल में गधे की मौत हो जाने से उसकी तस्वीर के समक्ष अतिथियों ने आरती उतारी।
डॉ. शिव शर्मा ने पढ़ी ठहाका रपट
ठहाका सम्मेलन के प्रारंभ से ही पिछले 20 सालों तक लगातार डॉ. शिव शर्मा ठहाका रपट पढ़ते आए थे, पिछले वर्ष उनका देहावसान हो गया। परंपरा का निर्वाह करते हुए उन्हें याद किया गया तथा उनका वीडियो ठहाका रपट पढ़ते हुए चलाया गया। श्रोताओं ने पर्दे पर शिव शर्मा को देखा और उनके गुदगुदा देने वाले अंदाज की मुक्तकंठ से प्रशंसा की।