माटी की महिमा न्यूज/उज्जैन
इस साल अलग-अलग राशियों पर कई ग्रहों का संचरण होगा। कोरोना संक्रमण के कारण 2020 का साल भले ही खूब निराशा, हताशा भरे माहौल में बीत रहा हो लेकिन यह हमेशा नहीं रहेगा। आने वाला नया साल 2021 सभी के लिए एक नई उम्मीद, उत्साह, ऊर्जा और उमंग लेकर आया है। पहले ही महीने जनवरी में इसका आरंभ माघ मास से हो जाएगा।
माघ मेला में हर स्नान पर्व पर पहली बार ग्रह-नक्षत्रों की अद्भुत जुगलबंदी बन रही है। प्रत्येक स्नान पर्व पर एक राशि में चार से छह ग्रह का संचरण होने का दुर्लभ संयोग है। इस दौरान संगम में डुबकी लगाने वाले श्रद्धालु पर देवकृपा बरसेगी। इससे स्नान पर्व का पुण्य कई गुना बढ़ जाएगा। 14 जनवरी को जब मकर संक्रांति होगी तब वह बहुत महत्वपूर्ण साबित होगी। इस दिन सूर्य धनु से दिन में 2.37 बजे मकर राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य उत्तरायण होंगे। देवताओं का दिन व राक्षसों की रात्रि आरंभ होगी। संक्रांति का पुण्यकाल आठ घंटे रहेगा। इसलिए 14 जनवरी को ही मकर संक्रांति मनाई जाएगी। इस तिथि पर मकर राशि में सूर्य के अलावा चंद्रमा, शनि, बुध व गुरु ग्रह का संचरण होगा। मकर जल की राशि है। चंद्र, गुरु व बुध सुखकारी ग्रह हैं। साथ होने से सुख व समृद्धि बढ़ेगी। श्रवण नक्षत्र से स्नान पर्व का महत्व बढ़ गया है। इस प्रकार यह स्पष्ट है कि इस साल यह वर्ष मांगलिक एवं शुभ रहेगा। विशेष तौर पर धर्म कर्म के आयोजनों एवं गतिविधियों को लेकर यह वर्ष अच्छे परिणाम देने वाला साबित होगा। हालांकि कोरोना संक्रमण का सभी को ध्यान रखना होगा लेकिन इसकी सावधानी बरतते हुए यदि आप पर्व, स्नान, दान, पुण्य आदि का पालन करते हैं तो इस साल आपको बहुत पुण्य एवं लाभ की प्राप्ति होगी।
28 जनवरी पौष पूर्णिमा को गुरु पुष्य योग है। यह अमृत योग माना जाता है। मकर राशि में बुध, गुरु, शुक्र, शनि व सूर्य ग्रह का संचरण होगा। स्नान-दान करने से रोग-शोक से मुक्ति मिलेगी। अन्न व धन की वृद्धि होगी। 11 फरवरी मौनी अमावस्या को श्रवण व घनिष्ठा नक्षत्र रहेगा। मकर राशि में सूर्य, बुध, गुरु, शुक्र शनि व चंद्रमा का संचरण है। षट ग्रहीय योग का सुखद संयोग। 27 फरवरी माघी पूर्णिमा को मकर राशि में बुध, गुरु, शनि का संचरण होगा। सूर्य व शुक्र कुंभ राशि में रहेंगे। मंगल व राहु वृष राशि में संचरण करेंगे। मघा नक्षत्र का कल्याणकारी योग है। 11 मार्च महाशिवरात्रि को कुंभ राशि में चंद्रमा, सूर्य, शुक्र, बुध ग्रह संचरण करेंगे। घनिष्ठा नक्षत्र पर्व का महत्व बढ़ा रहा है।
सटीक स्पष्ट जानकारी मिल रही है ,ऐसे ही मिलते रहने की अपेक्षा करते हैं।