ऑटो और मैजिक वाले कम नहीं, सीवरेज लाइन की खुदाई से बिगड़ी यातायात व्यवस्था
माटी की महिमा न्यूज /उज्जैन
16 जनवरी से 17 फरवरी तक सड़क सुरक्षा माह मनाया जा रहा है। यातायात नियमों का पालन और दुर्घटना रोकना मुख्य उद्देश्य रखा गया जिस पर मैजिक चालक अपनी मनमानी का ग्रहण लगाते नजर आ रहा है। ऑटो चालक भी कम नहीं पड़ रहे हैं उन्होंने सड़कों को अपनी जागीरी बना रखा है।
सड़क सुरक्षा माह की शुरुआत एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने पुलिस सामुदायिक भवन में की थी। कार्यक्रम की रैली में मैजिक और ऑटो चालकों को शामिल कर हरी झंडी दिखाई गई थी। यही मैजिक और ऑटो चालक सड़क सुरक्षा माह को ग्रहण लगाते दिखाई दे रहे हैं। मैजिक चालकों की मनमानी चामुंडा माता चौराहा से लेकर रेलवे स्टेशन के सामने और इंदौर गेट के साथ छत्री चौक खाराकुआ क्षेत्र में आसानी से देखी जा सकती है। शहर के मार्गों पर सवारी बैठाने के लिए यह यातायात तो जाम करते ही हैं आपस में विवाद की स्थिति भी खड़ी कर लेते हैं। टावर चौक पर भी इनकी मनमानी का नजारा देखा जा सकता है। शहर की जनसंख्या के मान से देखा जाए तो संचालित हो रही मैजिकों की संख्या काफी अधिक है। ऑटो चालकों का भी हाल ऐसा ही है। शहर में जहां मन चाहता है स्टैंड बना कर खड़े हो जाते हैं। उनकी मनमानी का नजारा भी बस स्टैंड रेलवे स्टेशन के आसपास देखा जा सकता है। बिना वर्दी और मीटर के सड़कों पर खाली ऑटो दौड़ आते नजर आते हैं। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं से मनमाना किराया भी वसूल लेते हैं। इनकी संख्या का अनुमान लगाना भी शहर में नामुमकिन होता नजर आने लगा। रात के समय नशा कर ऑटो चलाना इनकी आदत बन चुकी है। शहर में मैजिक और ऑटो चालकों की मनमानी से सड़क सुरक्षा माह सफल होता दिखाई नहीं दे रहा है। यातायात और थाना पुलिस कभी-कभी उनके खिलाफ कार्रवाई करती दिखती है। अधिकांश निशाना पुलिस द्वारा नियमों को लेकर बाइक चालकों को ही बनाया जाता है। जबकि शहर की यातायात व्यवस्था को बिगाडऩे में इन्हीं का सबसे बड़ा हाथ नजर आ रहा है।
टाटा कंपनी की खुदाई से बिगड़ रही है व्यवस्था
सड़क सुरक्षा माह के बीच टाटा की खुदाई भी अभियान को सार्थक नहीं होने देने में सबसे बड़ी भूमिका दिखाती नजर आ रही है। हर मार्ग खुदा पड़ा है जिसकी वजह से यातायात पूरी तरह से बिगड़ा हुआ है। पुलिस प्रशासन और यातायात विभाग चाह कर भी जगह-जगह लगने वाले जाम को नहीं खुलवा पा रहा है। खुदाई की वजह से दुर्घटनाएं भी सामने आ रही हैं। दो पहिया वाहन चालक सबसे ज्यादा खुदाई का शिकार बन रहे हैं। मामूली चोट लगने और वाहन के क्षतिग्रस्त होने पर मामले उजागर नहीं हो रहे हैं। लेकिन सीवरेज लाइन डालने की समयावधि से भी अधिक समय बीत जाने के चलते खुदाई सड़क सुरक्षा माह में ग्रहण लगाने का काम कर रही है।