माटी की महिमा न्यूज /उज्जैन
कोरोना की वैक्सीन आने के बाद पॉजिटिव मरीजों की संख्या में काफी कमी आ चुकी है। जिला अस्पताल में बनाई गई फ्लू ओपीडी में जांच के लिए पहुंचने वाले लोगों की संख्या कम होने पर समय में बदलाव कर दिया गया है।
26 मार्च 2020 को धार्मिक नगरी में पहला कोरोना पॉजिटिव मरीज महिला के रूप में सामने आने के बाद अप्रैल मई और जून माह में संक्रमण काफी तेजी से फैल गया था। जिला प्रशासन स्वास्थ्य विभाग के साथ नगर निगम पुलिस योद्धा की तरह मैदान में उतर गई थी। जिला अस्पताल में फ्लू ओपीडी बनाई गई और मरीजों की जांच का सिलसिला शुरू किया गया। 12 घंटे तक मरीजों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जाते रहे। माधव नगर अस्पताल को कोविड सेंटर बनाया गया। आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज पुलिस ट्रेनिंग सेंटर और अमलतास अस्पताल में मरीजों का उपचार चलता रहा। जून माह में अनलॉक 1 प्रक्रिया शुरू की गई जिसका चरण हर माह बढ़ाया जाने लगा और लोगों को राहत दी जाने लगी। दिसंबर माह में कोरोना वैक्सीन की घोषणा और जनवरी से वैक्सीनेशन की शुरुआत होने के बाद पॉजिटिव मरीजों की संख्या में लगातार कमी आने लगी है। जिसके चलते जिला अस्पताल की फ्लू ओपीडी का समय बदल दिया गया है। अब सुबह 9 बजे से 4 बजे तक यहां कोरोना की जांच की जाएगी। अप्रैल-मई माह में यहां सैकड़ों लोग अपनी जांच के लिए बहुत रहे थे जो अब काफी कम हो चुके हैं। जो लोग सैंपल दे रहे हैं उनमें से कुछ लोगों में ही कोरोना की पुष्टि हो रही है। अब अधिकांश जांच कराने वाले मरीज मौसम की बीमारी से पीडि़त होना सामने आ रहे हैं।
कोरोना एक्टिव मरीजों का आंकड़ा 63
जिले के कोरोना पॉजिटिव एक्टिव मरीजों का आंकड़ा अब 63 रह गया है। जिसमें से 26 को लक्षण नहीं है, 37 मरीजों में लक्षण दिखाई दे रहे हैं जिनके स्वस्थ होने की संभावना भी लगभग 90 प्रतिशत से अधिक बनी हुई है। प्रतिदिन पॉजिटिव आने वालों की संख्या का ग्राफ भी 3 से 5 के बीच रह गया है। स्वस्थ होने वालों की संख्या भी लगभग इतनी ही बनी हुई है। जिस तरह से कोरोना का संक्रमण कम हुआ है उससे प्रतीत हो रहा है कि जल्द ही धार्मिक नगरी कोरोना मुक्त हो जाएगी। स्वास्थ विभाग अब तक 1 लाख 66 हजार 569 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेज चुका है। जिसमें से 5150 लोग कोरोना से संक्रमित होना सामने आए हैं। स्वस्थ होने वालों की संख्या 4984 हो चुकी है जिले ने कोरोना से 103 लोगों को खोया है।