उज्जैन। माघ महीने का गुप्त नवरात्र 12 फरवरी से शुरू होगा। इस वर्ष नवरात्र नौ नहीं बल्कि दस दिन का होगा। इसके चलते शक्ति की उपासना के लिए माता भक्तों को एक दिन अधिक मिलेगा। नवरात्र से एक दिन पहले माघ महीने की खास मानी गई मौनी अमावस्या थी। नवरात्र में माता मंदिरों में यज्ञ-हवन सहित विभिन्न अनुष्ठान होंगे। ज्योतिषार्यों ने बताया कि प्रतिपदा तिथि देर रात 12 बजकर 34 मिनट से शुरू हुई जो अगले दिन 12 फरवरी को रात 2 बजकर 29 मिनट तक रहेगी। कलश स्थापना का श्रेष्ठ मुहूर्त सुबह आठ बजकर 34 मिनट से नौ बजकर 59 मिनट तक है। इस दिन अभिजित मुहूर्त दोपहर 12.13 से 12.58 बजे तक रहा। इस बार पर्व 12 से 21 फरवरी तक दस दिन तक रहेगा। इसका कारण शुक्ल पक्ष का पखवाड़ा 15 की बजाय 16 दिन का होना है। वर्ष में चार नवरात्र आते हैं। इसमें चैत्र व शारदीय नवरात्र को प्रकट और माघ और आषाढ़ माह में आने वाले नवरात्र को गुप्त नवरात्र कहा जाता है।