माटी की महिमा न्यूज /उज्जैन
रेलवे कोर्ट के निर्देश पर चोरी में गिरफ्तार बदमाशों पर आरपीएफ निरीक्षक ने आईपीसी की धारा में डकैती का केस नीलगंगा थाने पर दर्ज कराया था। डेढ़ माह बाद पुलिस इंदौर से पांच डकैतों को एक दिन की पूछताछ के लिये लाई और शनिवार को कोर्ट में पेश कर इंदौर जेल भेज दिया।
नीलगंगा थाने के एसआई जयंत डामोर ने बताया कि 21 दिसंबर 2020 को आरपीएफ निरीक्षक हर्ष चौहान की शिकायत पर 17 फरवरी 2020 को क्षिप्रा ब्रिज के पास इनरीच आर.डी. इंफ्रा प्रोजेक्ट के स्टोर में चौकीदार को बंधक बनाकर की गई डकैती के मामले में रमेश मालवीय उसके पुत्र सोनू निवासी देवास के साथ संजय सोनी, मोहम्मद शफी और सतनामसिंह निवासी इंदौर के खिलाफ डकैती की धारा 395 में प्रकरण दर्ज किया गया था। शुक्रवार को इंदौर जेल से पांचों डकैतों को एक दिन के प्रोटेक्शन वारंट पर पूछताछ के लिये थाने लाया गया। डकैतों ने बताया कि उन्होने वारदात वाले दिन हथियारों के बल पर चौकीदार को बंधक बनाया था और मारपीट करने के बाद दूसरे खेत में पटक दिया था। उसके बाद रात 2 बजे से 5 बजे के बीच ट्रक में साढे तीन लाख से अधिक का सामान भरकर भाग निकले थे, लेकिन रेलवे पुलिस ने उन्हे माल ठिकाने लगाने से पहले ही पकड़ लिया था। एसआई डामोर के अनुसार पूछताछ पूरी होन के बाद शनिवार को दोबारा से डकैतों को कोर्ट में पेश इंदौर जेल भेजा गया है। डकैतों की सुनवाई अब स्थानीय न्यायालय में शुरु होगी।