सर्वार्थ अमृत सिद्धि योग में मनेगा बसंतोत्सव, स्याही से होगा पूजन
माटी की महिमा न्यूज /उज्जैन
धार्मिक नगरी में बसंत पंचमी फागोत्सव की शुरुआत कल से हो रही है। मां सरस्वती का पूजन स्याही से किया जाएगा। महाकालेश्वर मंदिर में भस्मारती के साथ बसंत पंचमी का उत्सव मनाया जाएगा।
तीज-त्योहारों की शुरुआत धार्मिक नगरी में बाबा महाकाल के मंदिर से होती है। कल बसंत पंचमी का उत्सव भी बाबा महाकाल को वासंती पुष्प अर्पित कर सबसे पहले मनाया जाएगा। इस दौरान मंदिर में बाबा का आकर्षक शृंगार होगा। पीले फूल अर्पित किये जाएंगे। उसके बाद वैष्णव सम्प्रदाय के मंदिरों में भी फाग उत्सव की शुरुआत हो जाएगी। गुरु सांदीपनि के आश्रम में माता सरस्वती का पूजन किया जाएगा। बसंत पंचमी विद्यार्थी एवं नव शिशु विद्यार्थियों के लिए विद्या आरंभ करने का उत्तम पर्व माना गया है। गोपाल मंदिर में भी उत्सव की शुरुआत होगी। सिंहपुरी स्थित चौरसिया समाज की धर्मशाला में माता सरस्वती का स्याही से अभिषेक किया जाएगा। चारधाम मंदिर में पीठाधीश्वर एवं महामंडलेश्वर स्वामी शांतिस्वरूपानंद गिरी महाराज की उपस्थिति में यज्ञशाला निर्माण का भूमिपूजन भी किया जाएगा। बसंत पंचमी के मौके पर अबूझ मुहूर्त में शहनाई की गूंज सुनाई देगी। इस दिन शहर में कई विवाह समारोहों के आयोजन किए गए हैं। ज्योतिषाचार्य पं. आनंद शंकर व्यास के अनुसार चार वेदों के मंत्रों से बड़े गणेश मंदिर में भगवान महागणेश का पूजन कर पीली सरसों के साथ पुष्प और गुलाल अर्पित किए जाएंगे। इस दिन माघ मास का चौथा स्नान पर्व भी है। जिसके चलते श्रद्धालु आस्था की डूबकी लगाने के लिए शिप्रा नदी भी पहुंचेंगे। बसंत पंचमी आज रात 2.45 बजे शुरू होगी और मंगलवार रात 4.34 बजे तक रहेगी।