माटी की महिमा न्यूज /उज्जैन
महाकाल मंदिर के पीछे और चारधाम मंदिर के सामने रुद्रसागर इन दिनों जलकुंभी से भरा नजर आ रहा है। नगर निगम द्वारा पूर्व में जलकुंभी बाहर निकाली गई थी लेकिन एक बार फिर जलकुंभी ने रुद्रसागर को अपनी आगोश में ले लिया है। जिसके चलते सागर अपनी सुंदरता खोता जा रहा है।
शहर के अन्य सप्त सागरों की स्थिति भी जलकुंभी से भरी नजर आ रही है। जलकुंभी को पूरी तरह रुद्रसागर से हटाने के लिए नगर निगम के अधिकारियों को विचार विमर्श कर इसे पूरी तरह से खत्म करने के लिए कदम उठाने होंगे। गौरतलब है कि रुद्रसागर के आसपास बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं और शहरवासियों के घुमने के लिए पाथवे बनाया गया है। जिस पर असामाजिक तत्वों ने कब्जा जमा रखा है। जिसके चलते रुद्रसागर के आसपास शराब की बोतल और डिस्पोजल ग्लास से गंदगी फैली दिखाई देती है। शराब का सेवन करने वाले रुद्रसागर को गंदा करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं। इनके द्वारा बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के साथ अभद्रता की जाती है।