3 महिलाओं और 2 पुरुषों को पकड़कर पुलिस के सुपुर्द किया
माटी की महिमा न्यूज /उज्जैन
औद्योगिक क्षेत्र में पहुंचे कुछ लोगों ने मजदूर डायरी के नाम पर गरीब लोगों से रुपयों की वसूली करना शुरू कर दिया था। जानकारी लगने पर भाजपा के कार्यकर्ताओं ने 5 लोगों को पकड़ लिया। जिन्होंने कार्यकर्ताओं को रुपयों का लालच दिया और मामले को रफादफा करने की बात कही। गरीबों के साथ हो रही धोखाधड़ी को देखते हुए अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला मंत्री ने पुलिस को सूचना दे दी। पांचों से पुलिस पूछताछ कर रही है।

भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला मंत्री जितेन्द्र शेरे ने बताया कि पिछले तीन चार दिनों से मक्सी रोड स्थित उद्योगपुरी और नीमनवासा क्षेत्र में मजदूर डायरी के नाम पर कार में सवार होकर आ रहे कुछ लोगों द्वारा रुपयों की वसूली की जा रही थी। उन्होंने करीब 200 से अधिक लोगों के आधार कार्ड, फोटो और रुपये एकत्रित कर लिये थे। मामले की जानकारी लगने पर आज सुबह 9 बजे के लगभग वह उद्योगपुरी पहुंचे तो तीन महिला और दो पुरुषों को मजदूर डायरी के नाम पर रुपये लेते देखा। जिनसे पूछताछ करने पर पहले वह नगर निगम से आना बताने लगे। जब नगर निगम में मजदूर डायरी का पोर्टल बंद होने की बात कही गई तो खुद को एनजीओ से जुड़ा होना बताकर मजदूरों के लिए काम करने की बात कहने लगे। मजदूरी डायरी के नाम पर हो रहे फर्जीवाड़े और धोखाधड़ी का मामला सामने आते ही उन्होंने डायल-100 पर पुलिस को सूचना दी। इस दौरान क्षेत्रवासियों की भीड़ भी एकत्रित हो गई थी जिन्होंने धोखाधड़ी कर रहे पांचों लोगों को घेर लिया था। पुलिस ने मौके पर पहुंच पांचो को हिरासत में लिया और पूछताछ के लिए थाने ले गई। मोर्चा अध्यक्ष शेरे के अनुसार एक युवक घोसला और दूसरा मंदसौर का रहने वाला है। दोनों तीन महिलाओं के साथ मजदूरी डायरी बनाने पहुंचे थे। जिन्होंने मामले को रफादफा करने के लिए और शिकायत दर्ज नहीं कराने पर रुपये देने का लालच भी दिया। लेकिन मामला गरीबों से जुड़ा होने और उनके साथ डायरी के नाम पर धोखाधड़ी किये जाने पर पंवासा थाने पर शिकायत की गई है। पुलिस पूछताछ में गिरोह से जुड़े कुछ और लोगों की जानकारी सामने आ सकती है वहीं गरीबों के साथ हो रही धोखाधड़ी के कई मामले सामने आ सकते हैं।
संयुक्त मजदूर यूनियन संघ का कार्ड
मजदूर डायरी के नाम पर फर्जीवाड़ा कर रहे मामले में पकड़ाए एक युवक का नाम रवि चावड़ा और दूसरे का देवराज पोरवाल सामने आया है। दोनोंं के पास संयुक्त मजदूर यूनियन संघ मध्यप्रदेश के कार्ड मिले हैं। जिसमें गरीब मजदूरों की लड़ाई लडऩे की एक लाइन भी अंकित है। पकड़ाने के बाद उन्होंने कुछ भाजपा के बड़े नेताओं का भी हवाला दिया लेकिन मामला अब पुलिस के पाले में पहुंच चुका है।