स्वच्छता अभियान की उड़ाई जा रही हैं धज्जियां।
सैयद जाफर हुसैन आगर मालवा। देश मे स्वच्छता अभियान चलाकर आम लोगो को जागरूक किया जा रहा ऐसे में आगर जिले के कानड़ में आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित प्रीमैट्रिक्स सीनियर छात्रावास के हाल बे हाल है। शौचालय में गंदगी पसरी होने के साथ शौचालय के दरवाजे टूट के बीच अधीक्षक ने छात्रवास शुरू स्वच्छता की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। कानड़ से एक तरफ बने छात्रवास में अध्ययन करने वाले छात्रों को जंगल के बीच अपना भविष्य के साथ दिनचर्या के लिए भी जद्दोजहद करना पड़ रही हैं। अव्यवस्थाओं के बीच संचालित होता छात्रावास अपनी बदहाली के आंसू बहा रहा है। छात्र अपने घर से दूर रहकर छात्रावास में अपना भविष्य संवारने आते हे। छात्रावास हाल ही में चालू हुआ है। लेकिन अवस्था के बीच इसे संचालित किया जाना कहा तक उचित था। फिलहाल छात्रावास में तीन से चार बच्चे ही पहुंचे हैं। लेकिन छात्रावास में और भी छात्र आने वाले हैं । जिन्हें वही रहकर पढ़ाई करना है। छात्रों को खिलाने वाला भोजन भी गुणवत्तापूर्ण नहीं है। जिस आटे की रोटी बनाई जा रही वह गेहूं खराब होकर सुले हुवे है। जिनकी रोटियां छात्रों को खिलाई जा रही, इस बारे में माटी की महिमा ने छात्रावास में जाकर पड़ताल की तो वहां पर बिस्तर, लाइट, स्विच ,शौचालय, पीने का पानी और अन्य चीज अवस्थित पाई गई। छात्रों को मेन्यू का हिसाब से नाश्ता भी नहीं दिया जा रहा बोर्ड पर लिखा है कि नाश्ते में आलू बड़ा देना है।लेकिन आलू बड़ा तो दूर लड़कों को सुबह दूध भी नहीं मिल रहा।

ध्यान नही देने से जर्जर होता भवन
जिम्मेदारो की लापरवाही से छात्रवास दिनोदिन जर्जर होता जा रहा हैं। छत का पलस्तर उखड़ कर गिर रहा हैं। कई बार छात्र दुर्घटना का शिकार होते हुए बचे। नाम ना छापने की शर्त पर छात्रों ने बताया कि अधीक्षक आगर से आपडाउन करते है। इसलिए यह व्यवस्था सुचारू रूप से नही हो पाती हैं।

बोले जिम्मेदार — प्री मैट्रिक छात्रवास अधीक्षक राकेश शर्मा ने बताया कि छात्रावास अभी शुरू हुआ है। परिसर में गंदगी हैं तो सफाई करवा देंगे गेहूं का आवंटन नहीं हुआ है इसलिए जो रखे हुए है वही बच्चों को खिला रहे हैं।