माटी की महिमा न्यूज/उज्जैन। शिवनवरात्रि के दूसरे दिवस आज 4 मार्च को भगवान महाकाल का शेषनाग श्रृंगार होगा। इसके तहत भगवान को कटरा, मेखला, दुपट्टा, मुकुट, मुण्ड माला, छत्र रहेगा। वहीं 11 मार्च को महाशिवरात्रि पर सतत जलधारा रहेगी। 12 मार्च को सप्तमधान श्रृंगार सेहरा दर्शन, 14 मार्च को चंद्र दर्शन पंचानन दर्शन कटरा, मेखला, दुपट्टा, मुकुट, मुण्डमाला छत्र धारण कराए जाएंगे।
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रांगण में 3 से 11 मार्च तक शिवनवरात्रि में प्रतिदिन हरिकीर्तन होगा। बुधवार को 4 से 6 बजे तक स्व. पं. श्रीराम कानड़कर के सुपुत्र पं. रमेश कानड़कर द्वारा शिवकथा हरिकीर्तन का आयोजन मंदिर परिसर में नवग्रह मंदिर के पास संगमरमर के चबूतरे पर किया गया।